RANCHI : हायर एजूकेशन और रिसर्च फील्ड में जाने की चाह रखनेवाले फिजिकली चैलेंज्ड स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है. अब उन्हें पढ़ाई पूरी करने में पैसी की तंगी आड़े नहीं आएगी. यूजीसी की एक पहल ने ऐसे स्टूडेंट्स की सारी टेंशन दूर कर दी है. दरअसल फिजिकली चैलेंज्ड स्टूडेंट्स को राजीव गांधी नेशनल फेलोशिप के तहत हर महीने 16 हजार रुपए मिलेंगे जिसका इस्तेमाल वे रिसर्च वक्र्स में कर सकेंगे. इस बाबत आरयू को यूजीसी का लेटर मिल चुका है.

लेक्चरर बनने का भी मौका
यूजीसी के राजीव गांधी नेशनल फेलोशिप प्लान का मकसद जहां हायर एजूकेशन की क्वालिटी को सुधारना है, वहीं रिसर्च फील्ड से जुड़े फिजिकली चैलेंज्ड स्टूडेंट्स को मदद भी करना है। इस फेलोशिप के लिए सेलेक्ट किए जानेवाले स्टूडेंट्स कॉलेजेज अथवा यूनिवर्सिटी में लेक्चरर बनने के लिए भी एलिजिबल होंगे।

ये कर सकते हैं अप्लाई
जो स्टूडेंट्स फिजिकली चैलेंज्ड कैटेगरी में आते हैं, वे ही राजीव गांधी फेलोशिप के लिए एलिजिबल होंगे। रांची यूनिवर्सिटी के वैसे डिजेबल स्टूडेंट्स जिन्होंने सेशन 2012-13 में एमफिल अथवा पीएचडी करने के लिए अप्लाई किया है, वे इस फेलोशिप के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। हर साल इस फेलोशिप प्लान के लिए दो सौ स्टूडेंट्स को सेलेक्ट किया जाएगा, जिसमें एसटी कैटेगरी से बिलांग करने वाले स्टूडेंट्स के लिए 15 परसेंट और एससी स्टूडेंट्स के लिए 7.5 परसेंट सीट्स रिजर्व है। इसके लिए स्टूडेंट्स यूजीसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। फेलोशिप के लिए स्टूडेंट्स का सेलेक्शन यूजीसी की ओर से बनाए गए नॉम्र्स की बेसिस पर
किया जाएगा।

सीनियर फेलोशिप भी
आरजीएनएफ के  तहत जो स्टूडेंट्स सेलेक्ट किए जाएंगे, वे सीनियर फेलोशिप के लिए भी एलिजिबल होंगे। पर, इसके पहले उनके रिसर्च वर्क के दो साल के प्रोग्रेस रिपोर्ट का जायजा लिया जाएगा और यूनिवर्सिटी लेवल पर बनी तीन मेंबर्स रिसर्च कमिटी का रिकोमेंडेशन भी जरूरी होगा। इस कमेटि में एचओडी, गाइड और एक्सटर्नल एक्सपर्ट होंगे।

Posted By: Inextlive