-कई यादें छोड़ गया राजगीर महोत्सव, कलाकारों ने बनाई अलग पहचान

BIHARSHARIFF/PATNA: राजगीर महोत्सव ख्0क्भ् खट्टी-मिठी यादों के साथ शनिवार को सम्पन्न हो गया। महोत्सव ख्8 नवंबर से क्ख् दिसंबर तक विविध रंगों को सहेजे लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती रही। क्ख् दिसंबर राजगीर महोत्सव में जहां मुख्य मंच से देशी व विदेशी कलाकारों ने सभ्यता व संस्कृति परंपरा को गीत, संगीत, नृत्य व कला के माध्यम से आदान-प्रदान की प्रस्तुति दी। वहीं महोत्सव स्थल किला मैदान, ग्रामश्री मेला मंडप, कृषि उद्यान सह प्रदर्शनी मेला, कृर्षि व बागवानी उद्यान, कृर्षि यांत्रिक मेला, व्यंजन मेला, पुस्तक मेला, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण का स्वच्छता मंडप, जनसंपर्क सूचना विभाग प्रदर्शनी, विभिन्न झूलों से सजी फन जोन आदि ने राजगीर महोत्सव को महोत्सव मेला का रूप दे दिया। यहीं नहीं महोत्सव प्रांगण में विभिन्न सांस्कृतिक, खेल प्रतियोगिता के अलावा विभिन्न विषयों पर आयोजित नुक्कड़ नाटकों ने इसे विविधिताओं का मेला बना दिया।

क्98म् में दूबे ने शुरू किया था महोत्सव

ख्9 वर्ष पूर्व जब ब् अप्रैल क्98म् को बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री विन्देश्वरी दूबे व तत्कालीन पर्यटन मंत्री एचकेएल भगत ने जब राजगीर महोत्सव का उदघाटन कर इसका बीज बोया था तब शायद कोई नहीं जानता था कि यह महोत्सव अपनी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बना लेगी। विभिन्न उतार-चढ़ाव का दौरा पार कर यह महोत्सव तीन दिवसीय से वर्तमान में क्भ् दिवसीय हो गया। पर्यटन विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा जिला प्रशासन के साझा प्रयास से अपना ख्9वां वर्षगांठ मनाकर राजगीर महोत्सव ख्0क्भ् में अपने मंच से पाकिस्तान मूल के प्रसिद्ध मुम्बई पाश्व गायक अदनान स्वामी, मशहूर फिल्म पाश्व गायक विनोद राठौर, स्टार लेडिज ¨सगर सोना महापात्रा, पंजाबी पाप व रैप गायक गुरुदास मान जैसे हर दिन अजीज कलाकारों की पेशकश की तो वहीं श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय समूह, भूटान व म्यंमार, अंतरराष्ट्रीय नृत्य समूह की प्रस्तुति से विशिष्ठ बनाया। देशी व स्थानीय कलाकरों की इस मंच से अपनी कला के प्रदर्शन से लोगों को तालियां बटोरने का मौका मिला।

गोता लगाते रहे पर्यटक

दंगल तांगा दौड़, महिला महोत्सव के अलावा बालक-बालिका कबडडी, खो-खो, ताइक्वांडों, कराटे व क्रिकेट प्रतियोगिता में सभी की सहभागिता नजर आयी। जिसमें आयोजक से लेकर प्रतिभागी तक एकसूत्र में बंद नजर आया। महिला महोत्सव में रंगोली, मटका रेस, गोली-चम्मच, मेंहदी, चित्रकला, रस्सा-कस्सी, बेबी फैशन शो, युवा फैशन शो, किशोरी म्युजिक चेयर, महिला म्यूजिक चेयर शो, अंतराक्षरी, वन मिनट शो, दादी-मां के नुख्से, लोक गीत, आंगनबाड़ी बच्चों का हेल्दी बेबी फैशन शो के अलावे महिला जागरूकता, बाल कुपोषण जागरूका संबंधी कार्यक्रमों की भरमार महोत्सव स्थल के दिनभर की गतिविधियों में दूर-दराज के आए पर्यटक डूबे नजर आए।

Posted By: Inextlive