-मंगलवार को पहुंचा वाराणसी, शुक्रवार को लौट जाएगा कोलकाता

मंगलवार को पहुंचा वाराणसी, शुक्रवार को लौट जाएगा कोलकाता

ALLAHABAD: ALLAHABAD: देश भर के धार्मिक और सांस्कृतिक शहरों की लिस्ट में शामिल प्रयाग नगरी इलाहाबाद को एक बार फिर नेशनल वाटर-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इग्नोर कर दिया। साल भर बाद विदेशी पर्यटकों को लेकर निकले राजमहल क्रूज के डेस्टीनेशन में इलाहाबाद को शामिल नहीं किया। मंगलवार को राजमहल वाराणसी पहुंचा और शुक्रवार को कोलकाता लौट जाएगा।

 

नाम है इलाहाबाद-हल्दिया वाटर वे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ख्0क्ब् में नमामि गंगा योजना की शुरुआत करने के साथ ही गंगा की जलधारा को लोगों के जीवन से जोड़ने के लिए नेशनल वाटर-वे-क् हल्दिया-इलाहाबाद पर जहाज चलाने की घोषणा की थी। मोदी की घोषणा के बाद लास्ट ईयर विदेशी पर्यटकों के लिए जहाज चलाई गई। लेकिन, जहाज हल्दिया से वाराणसी तक ही पहुंची। इलाहाबाद नहीं लाया गया। प्रधानमंत्री ने वादा तो हल्दिया से इलाहाबाद तक जहाज चलाने का किया था। साल भर बाद एक बार फिर राजमहल क्रूज विदेशी पर्यटकों को लेकर कोलकाता से वाराणसी पहुंचा। लेकिन, इस बार भी वही हुआ। यानी जहाज प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र तक पहुंचकर रुक गया।

 

पांच मीटर से ऊपर है वाटर लेवल

नेशनल वाटर वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों की मानें तो गंगा पर राजमहल क्रूज चलाने के लिए दो मीटर वाटर लेवल होना जरूरी है। जबकि इस समय इलाहाबाद में वाटर लेवल पांच मीटर से उपर है। फिर भी राजमहल क्रूज को इलाहाबाद नहीं लाया जा रहा है। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के कारण आईडब्ल्यूएआई का फोकस केवल वाराणसी पर है।

 

पहले हल्दिया तक चलते थे जहाज

इलाहाबाद से हल्दिया तक गंगा में पानी का जहाज चलाने का प्रोजेक्ट करीब ढाई दशक पुराना है। तत्कालीन समय में इसका संचालन भी होता था। लास्ट इयर भी पानी के जहाज से ही कोहड़ार तक सब स्टेशन के सामानों की आपूर्ति की गई थी। प्रधानमंत्री ने अपने पहले बजट में इस वाटर वे को फिर से पुराना मुकाम दिलाने की घोषणा की थी। तब तक इलाहाबाद में वाटर वे की निगरानी के लिए टीम भी होती थी। लेकिन, अब सब कुछ धीरे-धीरे वाराणसी शिफ्ट किया जा रहा है। विभागीय तौर पर इलाहाबाद में स्टोर आदि बनाने के लिए नैनी में जमीन भी खरीदी गई थी। इसके बाद भी राजमहल के डेस्टिनेशन में इलाहाबाद का नाम न होना चौंकाने वाला है।

 

इस साल भी राजमहल क्रूज कई ट्रिप लगाएगा। इस बार राजमहल को चुनार भी ले जाया गया है। धीरे-धीरे डेस्टीनेशन बढ़ाया जाएगा। फेज-बाई फेज वर्क में आगे इलाहाबाद का भी नंबर आएगा।

-एके मिश्रा

डिप्टी डायरेक्टर, आईडब्ल्यूएआई

वाराणसी

Posted By: Inextlive