इविवि छात्र रजनीकांत यादव की आत्महत्या मामले में गठित जांच रिपोर्ट का बढ़ा इंतजार

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PRAYAGRAJ: जनवरी माह में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रजनीकांत यादव की आत्महत्या के मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार सभी को है। विवि में छात्रसंघ कार्यक्रम को लेकर हुए भारी बवाल के चलते कमेटी की जांच रिपोर्ट को तैयार करने में देरी हुई है। अब कमेटी ने फिर जांच को जल्दी पूरा करने के लिए तेजी दिखाई है। इसके लिए आगामी 25 फरवरी को बैठक बुलाई गई है।

22 दिन बीत चुके हैं

पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन 30 जनवरी को किया गया था। वीसी प्रो। आरएल हांगलू के आदेश पर गठित जांच कमेटी को पूरे मामले की जांच कर जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। रजनीकांत ने अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या का कारण हास्टल न मिल पाना बताया था। इसके लिए उसने केपीयूसी हास्टल के सुपरिटेंडेंट डॉ। हौसिला सिंह को जिम्मेदार ठहराया था।

हौसिला सिंह ने भेजा है जवाब

जांच कमेटी के चेयरमैन प्रो। आरएस दुबे ने बताया कि मुख्य आरोपी बनाए गए डॉ। हौसिला सिंह ने कमेटी को अपना जवाब लिखित में दिया है। कमेटी की बैठक 13 फरवरी को होने वाली थी। छात्रसंघ कार्यक्रम को लेकर हुए बवाल के चलते बैठक नहीं हो सकी। विवि ने अपने स्तर पर जांच का काम लगभग पूरा कर लिया है। लेकिन इसमें सबसे अहम कड़ी पुलिस की जांच है। रिपोर्ट को 25 फरवरी को हुई बैठक में रखा जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि रुम रेंट एक्ट को लागू करने की जो मांग छात्रों की ओर से उठाई गई थी। इसके लिए भी डीएसडब्ल्यू ने जिलाधिकारी को पत्र भेज दिया है।

आमरण अनशन की चेतावनी

कार्रवाई में देरी से नाराज छात्रनेता नेहा यादव ने आमरण अनशन की धमकी दी है। नेहा ने मृतक के माता पिता से भी मुलाकात की है। नेहा ने बताया कि माता पिता ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। नेहा की ओर से विवि प्रशासन को जो मांगपत्र दिया गया है। उसमें मांग की गई है कि रजनीकांत के परिवार को उचित मुआवजा, आरोपियों की गिरफ्तारी, प्रवेश के दौरान हॉस्टल लेने का ऑप्शन, 15 दिनों के अंदर हॉस्टल प्रवेश देने की मांग, हॉस्टलों की संख्या बढ़ाने, रूम रेंट कंट्रोल एक्ट लागू करना शामिल है। कुलपति ने अपनी विशेष निधि से 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता रजनीकांत के परिवार को दी है।

Posted By: Inextlive