PATNA : इस बार राखी की मार जेब पर नहीं पड़ेगी। क्योंकि राखी को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। इस वजह से राखी की कीमत आम आदमी के बजट में ही रहेगी। राखी के लिए बहनें अभी से ही खरीदारी में जुट गई हैं। बाजार राखियों से सज गया है। पटना की बुटिक और फोम वाली राखी भी दुकानों में उपलब्ध है। राखियों की थोक मंडी मच्छरहट्टा भी खरीदारों से गुलजार है।

तेज हुई खरीदारी

फूटकर दुकानदारों की खरीदारी परवान चढ़ गई है। राहत की बात यह है कि राखी बाजार जीएसटी की दायरा से मुक्त है। परदेसी भाईयों के लिए भेजी जाने वाली राखी में रोली व अक्षत का पैकेट भी है। स्थानीय कारीगरों ने राखी के लिए डिजाइनर थाली भी बनाई है। जिसमें रोली व अक्षत रखा है।

दूसरे राज्यों से आ रहीं राखियां

राखियों के बाजार में दिल्ली, मुंबई , अहमदाबाद, सूरत, वाराणसी, अजमेर, कोलकाता और राजकोट से आयी फैंसी व स्टोन राखियों का बोलबाला बाजार में है। थोक मंडी में इसके कारोबार से जुड़े राजकुमार चंद्रवंशी, प्रीतम चंद्रवंशी, नन्हकी मिश्र ने बताया कि खुदरा बाजार में बिक्री अब परवान चढ़ने लगी है। मौसमी दुकानदारों ने दुकानों को सजा लिया है। फैंसी राखियों में टेडी वियर, गुडि़या, डोरी, लुबा, डोरी, रेशम और डायमंड जडि़त राखियों से बाजार पट गया है। बच्चों के लिए लाइ¨टग, राखी के साथ स्पाइडर मैन, बाल हनुमान, छोटा भीम सरीखे दर्जनों आइटम बच्चों के लिए उपलध है।

Posted By: Inextlive