छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जुगसलाई चौक बाजार स्थित सत्यनारायण मंदिर ठाकुर बाड़ी में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान महायज्ञ के दूसरे दिन रविवार को पंडित संतोष कृष्ण त्रिपाठी 'ऋषि' ने व्यासपीठ से भगवान शंकर-पार्वती संवाद का भक्तों को रसास्वादन कराया। कहा कि सिर्फ राम कथा से जीवन में सुख मिलता है और इसके अलावा किसी से नहीं। भगवान शंकर ने पार्वती जी को कथा सुनाई तो उन्हें आत्मज्ञान हुआ। हनुमान जी ने माता सीता को कथा सुनाई तो उन्हें सुख मिला, नहीं तो अशोक वाटिका में परेशान रहती थीं। हर मनुष्य में अच्छाई और बुराई होती है, लेकिन जो जैसा देखता है उसे वैसा ही दिखाई देता है। मनुष्य को तो राम और कृष्ण में भी दोष दिखाई देने लगता है। इसलिए जीवन में सुख के लिए हर मनुष्य को कथा सुननी चाहिए। रामकथा को आगे बढ़ाते हुए कथा वाचक ऋषि ने आगे कहा कि श्रीराम कथा आदर्श चरित्र की कुंजी है। जिसे आत्मसात करने पर जीव को मुक्ति मिल जाती है। श्रीराम कथा का आत्मबोध करने पर आत्मा से परमात्मा का मिलन का ज्ञान प्राप्त कराती है। देरशाम तक चले इस प्रवचन में बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए। इस धार्मिक मौके पर मुख्य यजमान पंडित श्रवण कुमार जोशी समेत सुशील रूंगटा, गिरधारी लाल शर्मा, गोपाल केडिया व रतन जोशी आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive