-शनिवार को पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा के निवास पर हुए घटनाक्रम के बाद मेरठ पहुंचे खेल मंत्री

-गुर्जर के सामने जिला पंचायत के 17 सदस्यों की सर्किट हाउस में हुई कदम परेड

- सपा के पदाधिकारी और दर्जा मंत्रियों को बैठाकर की बातचीत, मिटाए गिले

Meerut : शनिवार के घटनाक्रम के बाद आनन-फानन में सपा आलाकमान ने खेल मंत्री रामसकल गुर्जर को शांतिदूत बनाकर मेरठ भेजा। रामसकल की कवायद भी कबीना मंत्री शाहिद मंजूर और युवा नेता अतुल प्रधान के बीच बनी खाई नहीं पाट पाई। हालांकि मंत्री समेत पदाधिकारी यही कहते रहे कि 'कोई मतभेद नहीं है'। प्रधान की पत्‍‌नी सीमा की 'अध्यक्षी' पक्की करने के लिए खेल मंत्री ने सर्किट हाउस में सपा नेताओं और दर्जा मंत्रियों को सुना तो वहीं सदस्यों की कदम परेड कराई।

मंत्री की बेइज्जती का सवाल

शनिवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा के घर पर कबीना मंत्री शाहिद मंजूर पहुंचे, इस अफवाह ने सपा खेमे में भूचाल मचा दिया। हुआ कुछ यूं कि शनिवार सुबह कबीना मंत्री मंजूर किसी कार से पूर्व विधायक के घर पहुंचे, इस चर्चा के बाद अतुल प्रधान जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह को लेकर कांग्रेसी नेता के घर पहुंच गए और कबीना मंत्री को तलाशने लगे। अतुल को अंदेशा था कि कहीं उन्हें पटखनी देने के लिए जोड़तोड़ चल रहा है। इतना ही नहीं, इस बीच पूर्व विधायक के घर से निकली एक गाड़ी पर पत्थर बरसाए गए। आरोप अतुल पर आया कि उनके समर्थकों ने कार में शाहिद मंजूर हैं ये समझकर पत्थरबाजी कर दी। हालांकि घटनाक्रम के बाद पूरी पार्टी सफाई दे रही थी, तो वहीं मंत्री को यह नागवार गुजरा।

खुद को किया अलग-थलग

सीमा के नामांकन के दौरान खड़े कबीना मंत्री ने घटनाक्रम के बाद खुद को अलग-थलग कर लिया। बता दें जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर लंबी खींचतान के बाद बाजी अतुल मार ले गए और पत्‍‌नी सीमा प्रधान को सपा तमगा दिलवा लाए। दौड़ में शामिल कबीना मंत्री शाहिद मंजूर बेटे नवाजिश की ख्वाहिश पूरी नहीं कर पाए। दावेदारी के दिन से ही शाहिद मंजूर और अतुल प्रधान प्रतिद्वंद्वी हो गए, जो आज भी नजर आ रहे हैं।

मान-मनौव्वल का चला दौर

शनिवार के घटनाक्रम के बाद सपा खेमे में अतुल प्रधान का जमकर विरोध हुआ जिसे शांत करने के लिए खेल मंत्री रविवार दोपहर मेरठ पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में मंत्री ने खेल मंत्री रामसकल गुर्जर, जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, चुनाव प्रभारी सुरेंद्र नागर, एमएलसी डॉ। सरोजनी अग्रवाल, विधायक प्रभूदयाल वाल्मीकि, गुलाम मोहम्मद, दर्जा प्राप्त मंत्री रफीक अंसारी, मो। अब्बास, आकिल मुर्तजा, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी आदि सपा नेताओं के सामने अतुल ने जिला पंचायत सदस्यों का गणित बताया और शनिवार को हुई घटना पर अपना स्पष्टीकरण भी दिया। खेमे में शामिल कई ऐसे नेताओं को साधने का काम भी रामसकल गुर्जर ने किया जो शनिवार के एपीसोड से आहत थे।

नहीं पहुंचे शाहिद-नवाजिश

सर्किट हाउस में रामसकल गुर्जर समेत सभी कबीना मंत्री शाहिद मंजूर का इंतजार कर रहे थे तो वहीं उनके पुत्र और जिला पंचायत सदस्य नवाजिश शाहिद भी नहीं पहुंचे। एक पदाधिकारी फोन पर उन्हें आने के लिए बोलते रहे तो वे लगातार इनकार कर रहे थे। नेताओं से वार्ता के बाद 17 सदस्यों की कदम परेड खेल मंत्री के सामने कराई गई। नवाजिश के अलावा अतुल की पत्‍‌नी सीमा प्रधान, डब्बू और सुमन भदौड़ा की नहीं पहुंची। 21 सदस्यों पर सपा अपना दावा जता रही है। बता दें कि जीत के लिए 18 सदस्य चाहिए।

शाहिद के घर पहुंचे रामसकल

सर्किट हाउस में शाहिद नहीं पहुंचे तो खेल मंत्री लाव-लश्कर के साथ उनके जली कोठी स्थित निवास पर पहुंच गए। यहां दोनों नेताओं ने साथ में 'लंच' किया। रुठने-मनाने का दौर चला। लंच के बाद रामसकल गुर्जर की कार में शाहिद मंजूर, जिलाध्यक्ष रवाना हो गए। अतुल प्रधान यहां नहीं पहुंचे थे।

गलतफहमी के चलते अतुल प्रधान राजेंद्र शर्मा के घर पहुंच गए थे। कबीना मंत्री शाहिद मंजूर के वहां होने की संभावना वजह नहीं थी। पार्टी नेताओं में किसी तरह का गतिरोध नहीं है। हम बहुमत को हासिल कर रहे हैं।

रामसकल गुर्जर, खेल मंत्री एवं चुनाव प्रभारी

Posted By: Inextlive