उत्तर प्रदेश विजार्ड ने किया हासिल हॉकी इंडिया लीग नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी बने रमनदीप


49 खिलाड़ियों की बिक्रीहॉकी इंडिया लीग (एचआइएल) के दूसरे सत्र के लिए शुक्रवार को हुई बंद नीलामी में कुल 49 खिलाड़ी खरीदे गए, जिसमें भारत के युवा मिडफील्डर रमनदीप सिंह सबसे महंगे रहे. रमनदीप को उत्तर प्रदेश विजार्ड ने 81 हजार डॉलर (लगभग 51 लाख रुपये) की भारी भरकम कीमत पर खरीदा. एचआइएल के चेयरमैन और हॉकी इंडिया के महासचिव नरेंद्र बत्रा ने नीलामी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसमें 28 भारतीयों और 21 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों सहित कुल 49 खिलाड़ी बिके.13 लाख 70 हजार डॉलर खर्च


बत्रा ने बताया कि इस नीलामी में छह फ्रेंचाइजी टीमों ने 13 लाख 70 हजार डॉलर यानी आठ करोड़ 49 हजार रुपये खर्च किए. नीलामी में भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, स्पेन, अर्जेटीना, आयरलैंड, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी शामिल थे. एचआइएल की नई टीम कलिंगा लेंसर्स ने कुल 24 खिलाड़ी खरीदे, जबकि रांची राइनोज ने एक, मुंबई मैजीशियंस ने 11, उत्तरप्रदेश विजार्ड ने चार, पंजाब वॉरियर्स ने पांच और दिल्ली वेवराइडर्स ने चार खिलाड़ी खरीदे.BASIC 2600 डॉलर

मिडफील्डर रमनदीप का आधार मूल्य 2600 डॉलर (करीब एक लाख 60 हजार रुपये) तय किया गया था, लेकिन उत्तर प्रदेश की टीम ने उन्हें 81000 डॉलर की भारी-भरकम कीमत पर खरीदा. अंतरराष्ट्रीय खिलाडि़यों में सर्वाधिक कीमत न्यूजीलैंड के मिडफील्डर रेयान आर्चीबाल्ड को मिली, जिन्हें कलिंगा लेंसर्स ने 71000 (करीब 44 लाख रुपये) डॉलर में खरीदा. भारत के फॉरवर्ड निकिन थिमैया को उत्तर प्रदेश ने और ऑस्ट्रेलियाई मिडफील्डर ट्रेट मिटन को मुंबई ने 59-59 हजार डॉलर (लगभग 37 लाख रुपये) की कीमत पर खरीदा. डिफेडर गुरजिंदर सिंह को मुंबई ने 56 हजार डॉलर (लगभग 35 लाख रुपये), ऑस्ट्रेलिया के डिफेंडर कील ब्राउन को कलिंगा ने 55 हजार डॉलर (लगभग 34 लाख रुपये) में ख्ररीदा. नीलामी में कुछ 26 खिलाड़ी 25 हजार डॉलर या उससे ज्यादा की कीमत पर बिके, जबकि 15 खिलाड़ी दस हजार डॉलर से 25 हजार डॉलर तक बिके. आठ खिलाड़ियों को तीन हजार डॉलर से लेकर आठ हजार डॉलर तक की कीमत मिली.मोहाली से उद्धघाटन

बत्रा ने बताया कि एचआइएल का दूसरा सत्र 25 जनवरी से मोहाली में उद्घाटन मैच से शुरु होगा. इस बार टूर्नामेंट में छह टीमें उतरेगी लेकिन मैच पिछली बार की तरह 34 ही रहेंगे. पहले संस्करण में हर टीम ने एक-एक मैच च्जदा खेला था. इस बार कलिंगा के आने से टूर्नामेंट की छह टीमें पूरी हो चुकी हैं. कलिंगा का मालिकाना हक संयुक्त रूप से इडको और एमसीएल के पास है. इस टीम के मेंटर पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप टिर्की बनाए गए हैं, जबकि मौजूदा भारतीय कोच टैरी वाल्श इस टीम के मुख्य कोच होंगे. ओडिशा की टीम भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में अपने सभी मैच खेलेगी, जबकि पंजाब के मैच इस बार जालंधर के बजाए मोहाली में खेले जाएंगे.

Posted By: Subhesh Sharma