Allahabad: बेटी की विदाई का दर्द कोई राजा जनक से पूछे. अपनी लाडली को विदा करते समय राजा जनक के आंसुओं की धारा देखकर सबकी आंखें भर आईं. श्रीपथरचट्टी रामलीला कमेटी में मंडे को राम विवाह और माता सीता के विदाई के प्रसंग का मंचन हुआ. विवाह के बाद जैसे ही माता सीता के विदाई का प्रसंग शुरू हुआ राजा जनक की आंखों से आंसुओं की धारा बह निकले. यह देखकर दर्शक भी अपने आंसुओं को रोक नहीं सके. इसके बाद रामचन्द्र के साथ सीता व अन्य बहुओं के स्वागत के दृश्य का मंचन किया गया.
By: Inextlive
Updated Date: Tue, 08 Oct 2013 12:03 PM (IST)
दारागंज में हुआ जयन्त उद्धारश्रीदारागंज रामलीला कमेटी की ओर से अलोपीबाग लीला ग्राउण्ड में मंडे को जयंत उद्धार का मंचन किया गया। लीला में जयंत द्वारा माता सीता को चोंच मारना और भगवान श्री राम द्वारा उसे बाण से मारना और बाद में उसकी आंख फोडऩे के दृश्य का मंचन हुआ। इसके बाद भगवान की सवारी जीटी रोड होते हुए मोरी दारागंज पहुंची, जहां पुरुषोत्तम लाल आदि ने पूजा व अर्चन किया.
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