- इंटरनेशनल इक्यूमेंट्स के साथ विदेशी प्रशिक्षण को आर्थिक सहायता

- ऑनलाइन करना होगा आवेदन, भारत सरकार चयनित खिलाडि़यों को देगी सुविधा

- दो हजार से चार हजार रुपए तक प्रतिमाह आर्थिक सहायता भी मिलेगी

LUCKNOW: प्रदेश के किसी भी प्रतिभावान खिलाड़ी की प्रैक्टिस अब आर्थिक सहायता के अभाव में नहीं बंद होगी। अब उन्हें विदेशी प्रशिक्षण के साथ ही इंटरनेशनल लेवल के इक्यूपमेंट्स भी दिए जाएंगे। इतना ही नहीं चयनित खिलाडि़यों को छात्रवृत्ति भी देने की तैयारी है। खिलाडि़यों को यह सुविधा भारत सरकार देगी, लेकिन इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी प्रदेश में खेल विभाग को दी गई है। इसका लाभ उन खिलाडि़यों को भी मिलेगा जिन्होंने हाल ही में खेल की दुनिया में कदम रखा है। सिर्फ हॉस्टल ही नहीं स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस करने वाले खिलाडि़यों को भी योजना का लाभ मिलेगा।

उपलब्धियों की देनी होगी जानकारी

नेशनल लेवल के इस फंड का लाभ लेने के लिए खिलाडि़यों को अपनी उपलब्धियों का ब्योरा देना होगा। यह जरूरी नहीं है कि आपने बहुत बड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा ले रखा हो। जिला स्तर पर भी यदि आपने शानदार प्रदर्शन किया है तो इसका लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके आधार पर ही खिलाडि़यों को चुनाव किया जाएगा। इसमें भी उन खिलाडि़यों को जगह दी जाएगी, जिनमें देश के लिए इंटरनेशनल लेवल पर पदक लाने की उम्मीद होगी। ओलम्पिक, एशियन गेम्स के साथ ही अन्य इंटरनेशनल लेवल पर पदक लाने के लिए खिलाडि़यों को तैयार करने के लिए यह योजना तैयार की गई है।

बिगिनर्स पर अधिक फोकस

विभागीय अधिकारियों के अनुसार खेल की दुनिया में कदम रखते ही खिलाडि़यों को उस समय खासी निराशा होती है जब उन्हें प्रैक्टिस की बेहतर व्यवस्था और अच्छे इक्यूपमेंट्स नहीं मिलते हैं। ऐसे में कई बार प्रतिभावान होते हुए भी खिलाड़ी खेल की दुनिया को टा-टा कर अन्य कार्यो में व्यस्त हो जाते हैं। इस योजना में बिगिनर्स पर अधिक फोकस किया जा रहा है, जो खिलाड़ी इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं वे अपने जिलों में तैनात क्रीड़ाधिकारियों के साथ ही खेल विभाग के प्रशिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।

कोट

सभी जिलों के क्रीड़ाधिकारियों को इस योजना में फॉर्म भरवाने के लिए खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है। इसमें खिलाडि़यों को इंटरनेशनल लेवल के इक्यूपमेंट से लेकर उन्हें प्रशिक्षण के लिए विदेश भी भेजने की तैयारी है। चयनित होने वाले खिलाडि़यों को ही यह लाभ मिलेगा।

डॉ। आर पी सिंह

खेल निदेशक

उत्तर प्रदेश खेल विभाग

Posted By: Inextlive