कांके के अरसंडे में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत के बाद रांची पुलिस को उनके परिजनों के आने का इंतजार है।

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RANCHI : कांके के अरसंडे में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत के बाद रांची पुलिस को उनके परिजनों के आने का इंतजार है, ताकि सभी शवों का अंतिम संस्कार किया जा सके। इस बाबत पुलिस ने दीपक झा के कई परिजनों से संपर्क साधा है। इस बीच दिल्ली में रहने वाले चाचा केएन झा अपने परिजनों के साथ रांची के लिए रवाना हो चुके हैं। उनके बुधवार को पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद ही सभी सात शवों को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

72 घंटे से फ्रीजर में पड़े हैं सभी शव

रांची पुलिस ने सातों शवों को 72 घंटे के लिए शीतगृह में रखा है। कांके थाना के एसआइ चुनुवा उरांव ने सातों का पोस्टमार्टम के बाद शव रिम्स में रिसीव किया है। कांके थाना प्रभारी राजीव रंजन ने दीपक के ससुर शंभू चौधरी को भी मोबाइल पर सूचना दी थी। शंभू की ओर से रांची आने की भी बात कही गई थी। मगर, अब तक कोई नहीं पहुंचा है। इसके अलावा भी दीपक के घर में मिले मोबाइल फोन में दर्ज नंबरों पर पुलिस ने संपर्क किया।कुछ लोगों ने रांची आने की बात भी कही है। मगर, चौबीस घंटे से ज्यादा बीत जाने के बावजूद अब तक कोई रांची नहीं पहुंचा है।
मंगलवार को भी नहीं पहुंची दीपक की बहन
झा परिवार की बेटी संध्या अपने माता-पिता, दोनो भाई, भाभी, भतीजा-भतीजी की मौत के बाद भी घर नहीं आई, जबकि उसका घर उसी मोहल्ले में है। संध्या ने इंटर कास्ट मैरिज की थी, जिसके बाद उसे घर से निकाल दिया गया था।
दीपक के ससुराल वाले भी नहीं आए
कांके थाना प्रभारी राजीव रंजन ने बताया कि उन्होंने दीपक झा के ससुराल में संपर्क करने की कोशिश की थी, जिसके बाद दीपक की पत्नी सोनी झा के पिता से उनकी बात भी हुई उन्होंने यह भरोसा दिलाया था कि वे लोग रांची आएंगे, लेकिन उसके बाद उन्होंने पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया।
मकान मालिक ने दर्ज कराया यूडी केस
पांच परिजनों की हत्या करने के बाद दीपक व उसके भाई रुपेश के फंदे से झूलकर जान देने के मामले में मकान मालिक अलख नारायण मिश्रा के बयान अस्वभाविक मौत का मामला दर्ज किया गया है। अनुसंधानकर्ता इंस्पेक्टर राजीव रंजन को दिए बयान में कहा है कि एक कमरे में रुपेश, दूसरे कमरे में दीपक को फंदे से झूलते हुए देखा। परिवार के अन्य सदस्य सच्चिदानंद झा, गायत्री देवी, सोनी देवी, बच्चे दृष्टि व जंगू को नीचे बिस्तर पर कंबल से ढंका हुआ पाया। यह पूरा परिवार आर्थिक तंगी के कारण मानसिक दबाव में था।

एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत से दहला शहर

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Posted By: Mukul Kumar