RANCHI : राजधानी में सफाई व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए सफाई करने वाली एजेंसी आरएमएसडब्ल्यू रांची नगर निगम को ठेंगा दिखा रही है। वहीं लोगों के घरों से कचरा नहीं उठाए जाने के कारण स्थिति खराब होती जा रही है। ऐसे में एजेंसी को हटाने को लेकर पार्षदों ने भी आवाज उठाई। वहीं एजेंसी को टर्मिनेशन नोटिस भी दिया गया। इसके बावजूद एजेंसी को हटाने की बजाय रांची नगर निगम एजेंसी पर क्यों मेहरबानी दिखा रहा है?

वीकली आ रही कूड़ा गाड़ी

आरएमएसडब्ल्यू को हर दिन घरों से कचरा कलेक्शन करना है। इसके तहत लोग जिंगल सुनकर घरों के बाहर कचरा लेकर खड़े रहते हैं। लेकिन गाडि़यां आधे रास्ते से ही कचरा कलेक्ट कर निकल जाती हैं। हफ्ते भर कचरा लोगों के घरों में पड़ा रह जाता है। हारकर लोग कचरा रोड किनारे फेंकने को मजबूर हैं।

अक्टूबर में दिया था नोटिस

शहर की नर्क जैसे हालत के लिए आरएमएसडब्ल्यू को जिम्मेदार बताते हुए बोर्ड मीटिंग में एजेंसी को हटाने का निर्णय लिया गया था। ऐसे में पिछले साल अक्टूबर में एजेंसी को तीन महीने का टर्मिनेशन नोटिस जारी किया गया था। इस दौरान एजेंसी को यह भी कहा गया था कि टर्मिनेशन नोटिस के बाद एजेंसी काम में सुधार करती है तो काम के आधार पर एक्सटेंशन दिया जाएगा।

सिर्फ एक्सटेंशन को सुधरी व्यवस्था

टर्मिनेशन नोटिस मिलने के बाद एजेंसी एक्शन मोड में आ गई थी। वहीं स्वच्छता सर्वे शुरू होने के बाद शहर को साफ कर दिया गया था। यह देखते हुए एजेंसी को दो बार एक-एक महीने का एक्सटेंशन दिया गया। इसके बाद नगर निगम ने टर्मिनेशन नोटिस वापस लेते हुए अन्य वाडरें में भी काम करने की परमिशन दे दी। लेकिन सर्वे खत्म होने के बाद ही स्थिति खराब हो गई।

क्या कहती है पब्लिक

कचरा उठाने वाली गाडि़यां पहले रेगुलर आती थीं। लेकिन अब तो कई दिनों तक नजर भी नहीं आतीं। घरों से कचरा निकालकर लोग इंतजार करते रहते हैं।

विजेंद्र यादव

सफाई की हालत बहुत ही खराब है। डोर टू डोर कलेक्शन बस नाम का रह गया है। जब नगर निगम एजेंसी को पैसे दे रहा है तो कचरा क्यों नहीं उठाया जाता।

कुमुद रंजन

घर में हमलोग कचरा ज्यादा दिनों तक नहीं रख सकते। इससे दुर्गध की वजह से भी परेशानी हो रही है। शहर में इससे पहले खराब स्थिति नहीं थी।

मुनरल जॉन होरो

पार्षदों में गुस्सा

एजेंसी पर जब मंत्री कार्रवाई नहीं कर सकते तो हम पार्षदों का कोई महत्व ही नहीं है। एजेंसी को हटाने के लिए कई बार आवाज उठाई गई। टर्मिनेशन नोटिस भी दिया गया। फिर भी एजेंसी मजे से काम कर रही है। जबकि इसका खामियाजा पब्लिक भुगत रही है।

अर्जुन यादव, पार्षद, वार्ड-10

सफाई के लिए एजेंसी के भरोसे रहे तो कचरा नहीं उठेगा। गाडि़यां कब आकर चली जाती हैं पता ही नहीं चलता। आखिर एजेंसी पर इतनी मेहरबानी क्यों दिखाई जा रही है। जब काम ढंग से नहीं हो रहा तो एजेंसी को हटाकर खुद से काम करना होगा।

जेरमिन कुजूर, पार्षद, वार्ड-15

वर्जन

वार्ड में सफाई सुनिश्चित करने का काम जोनल और वार्ड सुपरवाइजर का है। इसके लिए सभी को सफाई कराने का निर्देश दिया गया है। ताकि शहर को साफ और स्वच्छ बनाया जा सके।

गिरजा शंकर प्रसाद, अपर नगर आयुक्त, आरएमसी

एजेंसी को हर हाल में घरों से कचरा उठाना है। अगर एजेंसी कचरा नहीं उठा रही है तो संबंधित लोगों से पूछताछ होगी। पब्लिक को भी इसमें सपोर्ट करने की जरूरत है। लेकिन एजेंसी अपने काम से पीछे नहीं हट सकती।

आशा लकड़ा, मेयर, रांची

Posted By: Inextlive