क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : राजधानी में साफ-सफाई का सिस्टम ध्वस्त होता जा रहा है. सड़कों पर जहां-तहां कूड़े-कचरे का अंबार है. डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का भी काम ठप है. हालात यह है कि कचरा उठाने के लिए लोगों को नगर निगम में शिकायत दर्ज करानी पड़ रही है अथवा स्थानीय पार्षद के पास गुहार लगानी पड़ रही है. अगर आप चुप्पी साधे रहेंगे तो शायद ही आपके घर से कचरा उठाने के लिए सफाईकर्मी पहुंचेंगे. ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर को चकाचक रखने का दावा कितना खोखला साबित हो रहा है.

10 दिनों से नहीं आई सफाई गाड़ी

रांची नगर निगम क्षेत्र में 53 वार्ड है. एजेंसी को हटाने की घोषणा के बाद एजेंसी नाम मात्र का काम कर रही है. वहीं डोर टू डोर कलेक्शन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. एक तरफ लोगों के घरों में कचरा पड़ा हुआ है. वहीं मोहल्लों में दस-दस दिनों से गाडि़यां कचरा उठाने तक नहीं आई है.

रिम्स में 4 दिन से कचरे का अंबार

रिम्स में इलाज के लिए दूर-दराज से हजारों मरीज आते है. लेकिन, हॉस्पिटल एंट्रेस गेट से महज 50 मीटर की दूरी पर ही कचरे का अंबार लगा है. वहीं, चार दिनों से कचरा पड़े रहने का कारण अब बदबू भी आने लगी है. इस वजह से आसपास से गुजरने में मरीजों की सांस फूल रही है. वहीं आमलोगों का भी इस रास्ते से गुजरना मुश्किल हो गया है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha