RANCHI: पीएलएफआई का एरिया कमांडर बन व्यवसायियों से लेवी वसूलनेवाले गिरोह का खुलासा रांची पुलिस ने किया है। इस मामले में डोरंडा कॉलेज के बीए पार्ट टू के छात्र रोहित सिंह समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रोहित ने फर्जी संगठन में अपना नाम नरेश रख लिया था और उसी के नाम पर व्यवसायियों से लेवी मांगता था। पुलिस ने उसके दो साथी लोअर बाजार थाना एरिया के चटर्जी कंपाउंड में रहनेवाले रवि किंडो और चरकूडीह सोनाहातू के भीमसेन महतो को भी गिरफ्तार किया है। इनके पास से लेवी के 45 हजार रुपए, पीएलएफआई का पर्चा, व्यवसायी को दी गई पर्ची व दो मोबाइल बरामद हुए हैं। रोहित सिंह के पिता नागेंद्र सिंह जम्मू -कश्मीर में लांसनायक के पद पर पदस्थापित हैं।

लेवी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी

रोहित सिंह उर्फ नरेश, रवि किंडो, भीमसेन महतो व बुंडू के अंगद उर्फ अरविंद कुमार प्रमाणिक, महाराज उर्फ कालेश्वर महतो, कमांडर प्रभात उर्फ लखन सिंह(चटर्जी कंपाउंड, लोअर बाजार) ने एक संगठन बना लिया था। इसमें रोहित सिंह कमांडर था और उसी की लिखी पर्ची से ठेकेदारों और व्यवसायियों से लेवी की मांग की जाती थी। 13 नवंबर को इन लोगों ने सुखदेवनगर एरिया के कृष्णा अपार्टमेंट में रहनेवाले पोद्दार मोटर्स के मालिक मिलन पोद्दार के मोबाइल पर कॉल किया। फिर उसके घर पर्ची पहुंचाई गई, जिसमें लिखा था कि वह संगठन विस्तार के लिए 80 लाख रुपए दे। राशि नहीं देने पर मिलन पोद्दार को जान से मारने की धमकी भी दी गई। साथ ही यह भी कहा गया कि पुलिस प्रशासन को सूचना देने पर सपरिवार उसे खत्म कर दिया जाएगा। मिलन पोददार ने डर कर तत्काल एक लाख रुपए गिरोह को दे दिया। इसके बाद भी मिलन पर बाकी राशि देने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। परेशान मिलन पोद्दार ने सिटी एसपी अनूप बिरथरे को मामले की जानकारी दी। अनूप बिरथरे ने इस गिरोह को पकड़ने का जिम्मा सुखदेवनगर थाना प्रभारी रणधीर कुमार सिंह, लालपुर थानेदार शैलेश प्रसाद व सदर थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिन्हा को सौंपा। तीनों पुलिस अधिकारियों ने कॉल डिटेल्स और मोबाइल लोकेशन के आधार पर कडरू एजी कॉलोनी में रह रहे रोहित सिंह उर्फ नरेश, चटर्जी कंपाउंड में रह रहे रवि किंडो व बरियातू के पंचवटी गार्डेन के समीप रह रहे भीमसेन महतो को गिरफ्तार कर लिया।

दोस्तों ने रख दिया था नरेश नाम

गिरफ्तार रोहित सिंह उर्फ नरेश ने बताया कि कॉलेज में पढ़ने के दौरान इन लोगों से दोस्ती हुई थी। इन लोगों ने मेरा नाम नरेश रख दिया और पीएलएफआई का कमांडर बना दिया। गुरुवार को यह पता चला है, जब पुलिस उसे नरेश के नाम से पुकार रही थी। वहीं, उसके पिता का कहना था कि उसे पढ़ने के लिए यहां भेजा था, पर क्या से क्या हो गया।

जमादार पुत्र है प्रभात उर्फ लखन सिंह

फरार क्रिमिनल्स में प्रभात उर्फ लखन सिंह रांची जिला में जमादार रह चुके सुदर्शन सिंह का पुत्र है। लखन केबडे़ भाई उमाशंकर सिंह की हत्या दो साल पूर्व चुटिया के स्टेशन रोड में गोली मारकर कर दी गई थी। भाई की हत्या के बाद से लखन सिंह जमशेदपुर चला गया था और अखिलेश सिंह के साथ रहने लगा था। इधर कुछ दिनों से रांची में रह रहा था। सिटी एसपी अनूप बिरथरे का कहना है कि इस गिरोह ने सिटी के विभिन्न व्यवसायियों और ठेकेदारों से लेवी वसूलने का काम किया है। चूंकि, इन लोगों के पास से प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के तीन ब्लैंक लेटर पैड, नौ फोटो कॉपी आदि मिले हैं, तो उनके विरुद्ध 17 सीएलए एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

Posted By: Inextlive