- एमएससी केमिस्ट्री में फेल हुए स्टूडेंट्स ने लगाया आरोप

- स्टूडेंट्स ने की जल्द परिणाम घोषित करने की मांग

Meerut : रैंडम सैंपलिंग के मामले पर यूनिवर्सिटी पक्षपाती रवैया अपना रहा है। रैंडम सैंपलिंग कुछ स्टूडेंट्स की कराई गई तो कुछ की नहीं कराई, जिससे स्टूडेंट्स में काफी नाराजगी है। वहीं रैंडम सैंपलिंग के बाद स्टूडेंट्स के पास होने की पुष्टि से यूनिवर्सिटी की मूल्यांकन प्रक्रिया सवालों के घेरे में है। रैंडम सैंपलिंग को हथियार बनाकर अब स्टूडेंट्स समय से परिणाम जारी कराने के लिए लामबंद हो गए हैं।

ये है मामला

मामला एमएससी केमिस्ट्री के एग्जाम से जुड़ा है। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटिड आरएसएस पिलखुआ, डीएवी मुजफ्फरनगर, एसडी कॉलेज मुजफ्फरनगर, एनआरईसी कॉलेज खुर्जा, बीएमएलजी ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज गाजियाबाद, श्यामलाल सरस्वती शिकारपुर, एलआर कॉलेज साहिबाबाद, आईपी डिग्री कॉलेज बुलंदशहर, डीएवी मुजफ्फरनगर सहित क्0-क्ख् कॉलेजों के सत्र ख्0क्ख्-क्फ् के करीब 70 स्टूडेंट्स ने गलत मूल्यांकन के आरोप लगाए थे। स्टूडेंट्स की मानें तो ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के सेकेंड सेमेस्टर एग्जाम कोड एच ख्008 के सभी सवालों को हल किया, लेकिन परीक्षकों ने सही आंसर्स को काट दिया। कुछ आंसर्स पर मा‌र्क्स नहीं दिए। फोर्थ सेमेस्टर एग्जाम कोड एच ब्0क्फ् में भी यही स्थिति रही।

ऐसे हुआ खुलासा

स्टूडेंट्स ने आरटीआई के द्वारा अपनी कॉपियां देखीं तो इसका खुलासा हुआ। स्टूडेंट्स ने मूल्यांकन पर सवाल उठाए। यूनिवर्सिटी ने करीब फ्0 स्टूडेंट्स की कॉपियों की रैंडम सैंपलिंग कराई। इसमें अधिकांश स्टूडेंट्स की बात सही निकली और उनके पास होने की पुष्टि हुई, लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे रहे, जिनकी रैंडम सैंपलिंग नहीं हुई। यह देख इन शेष स्टूडेंट्स ने भी मोर्चा खोल दिया। रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, उप कुलसचिव परीक्षा से लेकर अन्य अधिकारियों से उन्होंने गुहार लगाई।

गंभीरता से नहीं लिया

इस दौरान स्टूडेंट्स का आरोप रहा कि यूनिवर्सिटी ने उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है। जबकि डिग्री पूरी करने की निर्धारित अवधि पूरी होने वाली है। साथ ही सेमेस्टर एग्जाम फॉर्म भरने की मई माह में औपचारिकताएं पूरी होनी हैं। ऐसे में एग्जाम फॉर्म भरने से भी वंचित हो जाएंगे। इससे स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। स्टूडेंट्स ने जल्द रैंडम सैंपलिंग कराकर रिजल्ट जारी करने की मांग की है। वहीं यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेकर स्टूडेंट्स को जल्दी रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया है।

सवालों के घेरे में मूल्यांकन

वहीं रैंडम सैंपलिंग में स्टूडेंट्स के पास होने के बाद यूनिवर्सिटी का मूल्यांकन सवालों के घेरे में आ गया है। अगर मूल्यांकन सही होता तो रैंडम सैंपलिंग में भी वही रिजल्ट होता जो पहले था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस मामले में कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। ऐसे में आने वाले रिजल्ट भी संदिग्ध हो गया है।

Posted By: Inextlive