-आई नेक्स्ट की खबर का असर

-मामले की जांच एसपी प्रोटोकॉल को सौंपी, दो दिन में रिपोर्ट देने का आदेश

LUCKNOW: एसओ मानकनगर राजेश यादव का दिलफेंक अंदाज आखिरकार उन्हें महंगा पड़ गया। एसएसपी यशस्वी यादव ने उनकी करतूत को गंभीरता से लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही एसएसपी ने उन पर लगे आरोपों की जांच एसपी प्रोटोकॉल को सौंपी है। गौरतलब है कि पीडि़ता के संग एसओ मानकनगर द्वारा की गई हरकत को आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद एसएसपी ने इसका संज्ञान लिया और शुक्रवार शाम आरोपी एसओ के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई की।

बिना जुर्म पकड़ लाए थे थाने

पेशे से कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्टर आलोक चंद्रा मानकनगर एरिया स्थित श्रृंगार नगर में अपनी महिला मित्र सुष्मिता (बदला नाम) के साथ रहते थे। सुष्मिता के मुताबिक, संडे रात करीब क्ख्.फ्0 बजे एसओ मानकनगर राजेश यादव हमराह फोर्स के साथ उसके घर आ धमके। कुछ देर की पूछताछ के बाद वह उन दोनों को जबरन थाने ले गए। आरोप है कि थाने में एसओ यादव ने आलोक को फर्जी धाराओं में फंसाने की धमकी देते हुए सुष्मिता को आलोक से अपने संबंध खत्म करने की हिदायत दी। आलोक को फंसता देख सुष्मिता ने आलोक से संबंध खत्म करने की एसओ की हिदायत मान ली। आरोप है कि इसके बाद एसओ यादव ने अपने ऑफिस रूम में सुष्मिता का हाथ पकड़ा और उसे 'आई लव यू' बोला। दहशत में आई सुष्मिता चुप रही। जिसके बाद उसे सोमवार सुबह म्.फ्0 बजे छोड़ दिया गया। जबकि, आलोक को मंगलवार रात भ्0 हजार रुपये वसूलने के बाद छोड़ा गया। हालांकि, इसके बाद भी एसओ यादव ने सुष्मिता को कॉल करना जारी रखा और उसे अकेले में मिलने के लिये बुलाते रहे।

एसएसपी हुए सख्त, दो दिन में पूरी होगी जांच

राजधानी में तैनात दिलफेंक एसओ राजेश यादव की करतूत के बारे में पता चलने के बाद एसएसपी यशस्वी यादव ने बेहद सख्त रुख अपनाया। आई नेक्स्ट से बातचीत करते हुए एसएसपी यादव ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। महिला सुरक्षा से रिलेटेड इस मामले को किसी भी हाल में नजरंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि एसओ राजेश यादव को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करने के आदेश दिये गए हैं, इसके साथ ही उन पर लगे आरोपों की जांच एसपी प्रोटोकॉल अनिल मिश्रा को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि यह जांच उन्हें दो दिन में पूरी कर प्रस्तुत करने को कहा गया है।

पीडि़ता ने कार्रवाई पर जताई खुशी

एसएसपी यशस्वी यादव द्वारा आरोपी एसओ राजेश यादव को लाइन हाजिर करने पर पीडि़ता सुष्मिता ने खुशी जताई है। उसने एसएसपी यादव को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उस पर शिकायत न करने के लिये आरोपी एसओ द्वारा दबाव बनाया जा रहा था। पर, उसने हिम्मत नहीं हारी। सुष्मिता ने बताया कि वह बिना डरे अपनी लड़ाई जारी रखेगी और इसे अंजाम तक पहुंचाएगी।

एसओ ने खुद पर लगे आरोपों को नकारा

लाइन हाजिर किये गए एसओ मानकनगर राजेश यादव ने आई नेक्स्ट संवाददाता को फोन कर खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया। एसओ राजेश यादव ने बताया कि दरअसल, उन्होंने संडे रात आलोक को तमंचे के साथ अरेस्ट किया था और दबाव पड़ने पर छोड़ दिया। इसके अलावा युवती द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्होंने कहा कि जब युवती को थाने लाया गया तो दो महिला कॉन्सटेबल्स बराबर वहां पर मौजूद थीं। ऐसे में अगर उन्होंने ऐसी कोई हरकत की होती तो वह उन महिला कॉन्सटेबल्स ने भी देखी होती।

अगर राजधानी में तैनात पुलिस ऑफिसर ऐसा कर सकता है तो सोचिए पूरे प्रदेश में क्या हालात होंगे। हम इसे कतई इग्नोर नहीं कर सकते।

कनक गुप्ता

इस घटना ने साबित कर दिया कि आज भी महिलाओं को लेकर इस समाज का रवैय्या क्या है। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है।

चंद्रा वर्मा

महिलाओं की सुरक्षा के लिये स्टेट गवर्नमेंट ने वूमेन पावर लाइन बनाई है, लेकिन अगर पुलिस ऑफिसर ही ऐसी हरकत करेंगे तो फिर मनचलों पर कार्रवाई कौन करेगा?

ऐसे पुलिस ऑफिसर के खिलाफ तो इतनी सख्त कार्रवाई करनी चाहिये कि दूसरे ऑफिसर और आम लोग महिलाओं के बारे में गलत सोचने से पहले भी सोचें।

मेरा मानना है कि आरोपी एसओ के खिलाफ सिर्फ लाइन हाजिर या सस्पेंशन बेहद कम सजा है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अरेस्टिंग की जाए।

Posted By: Inextlive