- मेडिकल कॉलेज में प्रशासन दिलाएगा यह जमीन

- सभी जिले में आशा ज्योति केंद्र मिलेंगे पांच करोड़

Meerut: प्रदेश सरकार ने निर्भया केंद्र की तर्ज पर महिलाओं को एक जगह सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केंद्र स्थापित करने की कवायद शुरू की है। यहां एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में इसके लिए भूमि चिह्नित की गई है। जिसके बारे में प्रशासन ने शासन को जानकारी उपलब्ध करा दी है। इसके साथ ही आगे की प्रक्रिया शासन से निर्देश मिलने के बाद शुरू होगी।

यह है सीन

प्रदेश में तैयार किए जा रहे आशा ज्योति केंद्रों के फ‌र्स्ट फेज में मेरठ सहित क्क् डिस्ट्रिक्ट को शामिल किया गया है। इसके बाद क्रमवार प्रदेश के दूसरे जिलों में भी यह केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन सेंटर्स में पुलिस और कानूनी मदद से लेकर चिकित्सा सुविधा तक उपलब्ध होगी। जहां बैंकिंग सुविधा और ट्रेनिंग सेंटर भी होगा। महिला एवं बाल विकास विभाग की विशेष सचिव डॉ। सारिका मोहन ने कुछ दिन पहले मेरठ के डीएम को पत्र लिखकर इस योजना के लिए भ्00 वर्ग मीटर जमीन उपलब्ध कराने को कहा था।

मिलेंगी कई सुविधाएं

इन सेंटर्स पर रेप पीडि़ता को कानूनी मदद और चिकित्सा की सहूलियत प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही यहां पीडि़ता को काउंसलिंग की व्यवस्था भी होगी। जानकारी के अनुसार सेंटर को चलाने के लिए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज से भी मदद ली जाएगी। शासन की कोशिश है कि इन सेंटर्स के जरिए जरूरतमंद महिलाओं को कानूनी सहायता के लिए एडवोकेट्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे। यहां सेंटर पर एफआईआर दर्ज करने की भी व्यवस्था होगी। ताकि महिलाओं को एक जगह न्याय मिल सके।

यह होगा बजट

शासन की ओर से प्रत्येक आशा ज्योति केंद्र स्थापित करने के लिए पांच करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है। सभी विभागों को अपने बजट से स्टाफ व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी। सेंटर संचालन को एक एडमिनिस्ट्रेटिव की नियुक्ति होगी, जो महिला कल्याण विभाग स्तर पर होगा। सीएमओ अमीर सिंह का कहना है कि आशा ज्योति केंद्र के लिए शासन ने भ्00 वर्ग मीटर भूमि उपलब्ध कराने को कहा था। प्राथमिकता में मेडिकल कॉलेज था, तो मेडिकल कॉलेज में ही आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने से संबंधित पत्र महिला एवं बाल विकास विभाग को भेजा गया है। आगे की कार्रवाई अगले निर्देश के बाद होगी।

Posted By: Inextlive