रोडवेज की बसों में पैसेंजर की बजाय कॉमर्शियल लगेज लाद रहे कंडक्टर
- नियमों की अनदेखी कर बसों में लादे जा रहे हैं लगेज
BAREILLY: परिवहन निगम के ड्राइवर-कंडक्टर बसों में पैसेंजर की बजाय कॉमर्शियल लगेज ढोने में लगे हुए हैं। जबकि, बस में पैसेंजर्स के घरेलू लगेज रखने की इजाजत है, वह भी उतनी ही मात्रा में कि अन्य पैसेंजर्स को दिक्कत न हो। ऐसे में, न सिर्फ पैसेंजर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बल्कि, बिना पैसेंजर के लगेज रखे जाने से सुरक्षा भी खतरे में है। मुख्यालय कर रहा है मनाबसों से होने वाली तस्करी या फिर किसी घटना-दुर्घटना होने की आशंका को देखते हुए मुख्यालय ने परिवहन निगम को लगेज को लेकर एक निर्देश जारी कर रखा हैं। पैसेंजर्स भी अपने साथ 20 केजी तक ही फ्री सामान कैरी कर सकते हैं। साथ ही लगेज की बुकिंग के लिए लखनऊ की एक प्राइवेट कंपनी श्री साई श्रद्धा कार्गो को कांट्रैक्ट कर रखा हैं। लेकिन, पैसेंजर्स को दूर की बात परिवहन निगम कॉमर्शियल लगेज बस के अंदर ठूंस-ठूंस कर भर रहा हैं। चालक का केबन पैसेंजर्स की जगह लगेज से ही भरा रहता हैं।
लगेज के साथ नहीं रहता कोईलापरवाही की हद तो यह है कि बस के अंदर जो लगेज रखा रहता है उसके साथ कोई भी व्यक्ति नहीं रहता हैं। जबकि, नियमत: लगेज ओनर्स को साथ रहना जरूरी हैं। लेकिन, बस के अधिकारी और स्टॉफ नियमों को फॉलो नहीं कर रहे हैं। बस कंडक्टर को ही पैसे देकर लगेज बस के माध्यम से गंतव्य स्थान पर भेज दिये जाते हैं।
पैसेंजर्स को होती है दिक्कत बस के अंदर लगेज होने से पैसेंजर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। बस में चढ़ने-उतरने में काफी दिक्कत होती हैं। यही नहीं बस के स्टॉफ लगेज को बस में लादने और उतारने के लिए कही भी बस रोक देते हैं। जिसमें काफी वक्त लगता हैं। जबकि, लगेज की बुकिंग एक बस स्टेशन से दूसरे बस स्टेशन तक के लिए होनी चाहिए। बस के अंदर लगेज रखने पर रोक हैं। समय-समय पर जांच की जाती हैं। यदि, बस का कोई स्टॉफ ऐसा कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसके शर्मा, आरएम, परिवहन निगम परिवहन निगम की बसों को पैसेंजर का परमिट जारी है। कॉमर्शियल लगेज पाए जाने पर जुर्माना व सीज की कार्रवाई की जाएगी। आरआर सोनी, आरटीओ प्रशासन