स्टेशन

22

कुल लंबाई

82 किमी

दिल्ली-मेरठ कॉरीडोर पर पाइल लोड टेस्टिंग का काम शुरू

एनसीआरटीसी की टीम ने मोहन नगर में की लोड टेस्टिंग

Meerut। मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) पर बुधवार को पाइल लोड टेस्टिंग का काम गाजियाबाद के मोहननगर में शुरू कर दिया गया है। दिल्ली सरकार के हामी भरते ही एक बार भी ठप पड़ी रैपिड रेल परियोजना ने गति पकड़ी है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों की निगरानी में टेस्टिंग की प्रक्रिया आरंभ हो गई है।

मोहननगर से परीक्षण शुरू

बुधवार को पहला परीक्षण गाजियाबाद में मोहन नगर फ्लाईओवर के पास शुरू किया गया है। इस दौरान एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने बताया कि आरआरटीएस कॉरीडोर का संचालन देश में पहली बार हो रहा है। पाइल लोड टेस्टिंग वायडक्ट कि मजबूती का निर्धारण करने के लिए महत्वपूर्ण है और इसीलिए कॉरीडोर पर यह टेस्टिंग शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हाईस्पीड ट्रेन के संचालन के लिए एक मजबूत सिविल स्ट्रक्चर की जरूरत को देखते हुए यह परीक्षण किया जा रहा है।

पाइल लोड टेस्टिंग?

कॉरीडोर पर निर्धारित करना और सटीक डेटा देने के लिए पाइल लोड टेस्टिंग की जा रही है। यह परीक्षण विभिन्न प्रकार कि लंबाई और चौड़ाई वाले पाइलो पर किया जाएगा, इन पाइलों का उपयोग आरआरटीएस वायडक्ट्स एवं स्टेशनों की एलिवेटेड संरचना में करेगा। यह जांच निर्धारित स्थानों पर निर्मित टेस्ट पाइलों पर की जाएगी। पूर्ण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, असल डिजाइन जरूरतों के विपरीत वर्टिकल भार व क्षमता से तीन गुना ज्यादा भार डाल कर परीक्षण किया जाएगा। प्रारम्भिक पाइल लोड परीक्षण दो महीने में पूरा होने की संभावनाएं हैं।

जरा समझ लें

दिल्ली-गजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर में 22 स्टेशन है और इस कॉरीडोर की कुल लंबाई 82 किमी है। कुछ समय पहले इस प्रोजेक्ट की डीपीआर को उत्तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी दी थी और हाल ही में इसे दिल्ली सरकार द्वारा औपचारिक मंजूरी मिल चुकी है। साइल टेस्टिंग, पूर्व-निर्माण गतिविधियां और रोड वाइंडिंग का कार्य प्रगति पर है। कॉरीडोर पर यूटीलिटी डायवर्जन का काम तेजी से चल रहा है, जिससे कि कॉरीडोर के निर्माण कार्य को रफ्तार मिल सके। हाईस्पीड रेल दिल्ली से मेरठ की दूरी एक घंटे से भी काम समय में तय करेगी तो वहीं एनसीआरटीसी का दावा है कि यह एक नई, उच्च गति, उच्च क्षमता वाली आरामदायक यात्री सेवा है जो एनसीआर से दिल्ली के क्षेत्रीय नोड्स को जोड़ेगी।

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरीडोर के लिए पाइल लोड टेस्टिंग का कार्य आरंभ हो गया है। दिल्ली सरकार की सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के साथ ही हाईस्पीड कॉरीडोर के निर्माण कार्य गति पकड़ रहे हैं।

सुधीर कुमार शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी

Posted By: Inextlive