-घाघरा की हुई स्पीड कम, राप्ती भी धीरे-धीरे कर रही इनक्रीज

-कम्हरिया घाट पर डटा प्रशासन, बारीकियों पर रखे है निगाह

-खतरे के निशान के पार पहुंची राप्ती

-पहाड़ों और नेपाल में रुकी बारिश से कम हुआ संकट

GORAKHPUR: पहाड़ों और नेपाल में रुकी बारिश से गोरखपुर ने राहत की सांस ली। घाघरा का वाटर लेवल जहां पहले की अपेक्षा धीमी रफ्तार से बढ़ रहा है तो वहीं राप्ती तेजी से घटने के बाद धीरे-धीरे राइज कर रही है। जिससे तटीय इलाकों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा काफी हद तक कम हुआ है। साथ ही प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी भी कर ली है। गोरखपुर में सबसे अधिक खतरा कम्हरिया घाट पर मंडरा रहा है। इससे आपदा प्रभारी और सीआरओ समेत पूरी टीम घाट पर डटी है। हालांकि लगातार वाटर लेवल इनक्रीज करने से गोरखपुर के कई अन्य एरिया में भी फिर से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वेंस्डे इवनिंग राप्ती का बर्डघाट पर वाटर लेवल खतरे के निशान को पार करते हुए 7भ्.0ख्0 पहुंच गया जबकि घाघरा तुर्तीपार पर खतरे के निशान से भ्ख् सेमी ऊपर म्ब्.भ्फ्0 मीटर पहुंच गया। वहीं कई एरिया में कटान भी स्टार्ट हो गई है।

फिर बढ़ रही राप्ती

राप्ती एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गई है। ट्यूज्डे को तेजी से उतरने के बाद वेंस्डे को धीरे-धीरे बढ़ रही राप्ती खतरे के निशान से करीब ब् सेमी ऊपर पहुंच गई। वेंस्डे को राप्ती 7भ्.0ख्0 मीटर तक पहुंच गई। जबकि डेंजर लेवल 7ब्.980 मीटर है। वहीं घाघरा भी एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार बढ़ रही है। इससे अब तक घाघरा डेंजर लेवल को क्रास करते हुए तुर्तीपार में म्ब्.भ्फ्0 मीटर तक पहुंच गई। जबकि तुर्तीपार में घाघरा का डेंजर लेवल म्ब्.0क्0 मीटर है। इससे राप्ती एक बार फिर खतरे की ओर बढ़ रही है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो वाटर इनक्रीज करने के बावजूद राप्ती पिछले लेवल तक नहीं पहुंच पाएगी। इससे अब अधिक खतरा नहीं है।

कम्हरिया घाट पर डटा प्रशासन

बांध को बचाने के लिए एप्रोच मार्ग काट कर प्रशासन ने करीब क्00 गांव को बचा लिया। मगर इसके बाद मार्ग के दूसरी ओर के चार गांव में पानी भरने लगा। वहां स्थिति खराब होती, इससे पहले ही प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली। सीआरओ सुरेंद्र राम समेत अधिकारियों की एक पूरी टीम कम्हरिया घाट पर जाकर डट गई। राहत केंद्र पर पूरी व्यवस्था करने के साथ तीन सेक्शन पीएसी तैनात कर दी गई। वेंस्डे को एडीएम एफआर देवकृष्ण तिवारी भी कम्हरिया घाट का जायजा लेने पहुंचे। जहां स्थिति सामान्य दिखी।

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अब भी है प्रॉब्लम, आ रही कंपलेन

-बेलघाट के गांव जीतवारपुर में घाघरा नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। इससे बांध पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।

-रात क्क्.क्भ् बजे कम्हरिया बांध पर पानी का रिसाव हो रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर सीआरओ पूरी टीम के साथ पहुंचे। अब सामान्य स्थिति है।

-खड़गपुर खडि़या स्थित बांद पर दबाव पड़ रहा है।

-सूबेदार नगर और लखनौरी गांव के अंदर पानी दाखिल हो रहा है।

-कई एरिया में पानी बढ़ने के साथ कटान भी हो रहा है।

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वर्जन-

बाढ़ का खतरा अब कम हुआ है। घाघरा का वाटर लेवल अब धीमी रफ्तार से इनक्रीज कर रहा है तो राप्ती भी बहुत धीमी रफ्तार से बढ़ रही है। बाढ़ संभावित सभी इलाकों में पूरी तैयारी है। पहाड़ों और नेपाल में बारिश न होने से खतरा कम हुआ है।

सुरेंद्र राम, मुख्य राजस्व अधिकारी

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कुछ यूं चेंज हो रहा वाटर लेवल

नदी - घाट - डेंजर - ट्यूज्डे - वेंस्डे

घाघरा - अयोध्या - 9ख्.7फ् - 9फ्.भ्भ् - 9फ्.भ्म्0

घाघरा - तुर्तीपार - म्ब्.0क् - म्ब्.फ्0 - म्ब्.भ्फ्0

राप्ती - बर्डघाट - 7ब्.98 - 7ब्.9ब् - 7भ्.0ख्0

रोहिन - त्रिमोहिनीघाट - 8ख्.ब्ब् - 8क्.9ख् - 8क्.770

कुआनो - मुखलिसपुर - 78.म्भ् - 7म्.0फ् - 7म्.0म्0

Posted By: Inextlive