शहर में मजाक बना यातायात माह
i reality check
03 टीआई ही विभाग को मिले हैं सृजित पद चार के सापेक्ष 07 टीएसई तैनात हैं शासन द्वारा सृजित पद 17 के सापेक्ष 387 ट्रैफिक कांस्टेबल के सृजित पद के सापेक्ष तैनात हैं मात्र 89 500 होमगार्ड हैं विभाग से अटैच पर इसमें से 100 चल रहे हैं अब्सेंट -हवा-हवाई दिखे हर चौराहे और तिराहे पर गाडि़यों की चेकिंग के निर्देश -दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में सामने आई यातायात माह की हकीकत mukesh.chaturvedi@inext.co.in PRAYAGRAJ: एक नवंबर से शुरू हुए यातायात माह का शुक्रवार को दूसरा दिन था। शाम के वक्त दो व चार पहिया वाहनों के कागजात एवं डीएल आदि चेक किए जाने के निर्देश थे। यह चेकिंग शहर के हर प्रमुख चौराहे व तिराहे पर की जानी थी। इस यातायात माह की हकीकत टटोलने के लिए 'दैनिक जागरण आई नेक्स्ट' ने रियलिटी चेक किया तो हालात कुछ यूं नजर आएहोमगार्ड फांकते नजर आए धूल
रिपोर्टर ने रियलिटी चेक की शुरुआत ट्रैफिक पुलिस लाइंस राजापुर चौराहे से की। इस चौराहे पर राजापुर हनुमान मंदिर व सिविल लाइंस रोड पर ट्रैफिक के दो सिपाही खड़े थे। जबकि कचहरी रोड पर एक होमगार्ड तैनात था। तीनों चौराहे पर लग रहे जाम को देखते हुए ट्रैफिक कंट्रोल में ही उड़ रही धूल फांकते रहे। राजापुर ट्रैफिक पुलिस लाइंस गेट से लेकर चौराहे तक कहीं पर भी गाडि़यों की चेकिंग नजर नहीं आई।
सीटी बजाने में हो रहे थे पसीना-पसीना इसके आगे म्योहाल चौराहे पर करीब चार ट्रैफिक के जवान व तीन होमगार्ड नजर आए। इनमें से दोनों होमगार्ड हाईकोर्ट रोड व ट्रैफिक के सिपाही सिविल लाइंस रोड पर सीटी बजाते हुए लग रहे जाम को समाप्त कराने में पसीना-पसीना थे। चौराहे पर ही हाईकोर्ट रोड के किनारे यहां गाडि़यां चेक की जा रही थीं। बाइक पर ही ऊंघ रहा था जवान लोकसेवा आयोग हनुमान मंदिर के सामने चौराहे पर ट्रैफिक के तीन जवान नजर आए। करीब पंद्रह मिनट तक रिपोर्टर चौराहे पर ही इनकी एक्टीविटी देखता रहा। एक महाशय बाइक पर बैठ कर ऊंघते रहे तो दूसरे हाथ समेट कर आने-जाने वाली गाडि़यों को देखते रहे। जबकि तीसरा ट्रैफिक कंट्रोल में व्यस्त नजर आया। इस चौराहे पर भी चार तो दूर दो पहिया वाहनों की चेकिंग भी नजर नहीं आई। सड़क के दूसरे ओर ठेले पर चाय बेच रहे शोभित पटेल ने कहा कि वे सुबह से चौराहे पर है, कहीं कगाड़ी की चेकिंग तो नहीं दिखी। भगवान भरोसे चल रहा था ट्रैफिकपत्रिका चौराहे पर बाई तरफ आजाद पार्क रोड मंदिर के पास बैठा एक ट्रैफिक सिपाही कहीं खोया हुआ था। होमगार्ड भी तफरीह लेने में तल्लीन रहा। गाडि़यां भगवान भरोसे चौराहा पार कर रही थीं। पूछने पर दुकानदारों का कहना था कैसी चेकिंग, चौराहे पर तो कहीं चेकिंग नहीं लगी। पहले जाम ही संभाल लें चेकिंग क्या करेंगे?
चेकिंग की खानापूरी सिविल लाइंस चौराहे पर चौकी के बाहर दो होमगार्ड ट्रैफिक कंट्रोल कर रहे थे। यहां एक दुकानदार ने बताया कि थोड़ी देर वाहनों की चेकिंग की गई थी। इसके बाद बंद कर दिया गया। इस चौराहे से लेकर सुभाष चौराहा सिविल लाइंस तक कहीं पर भी यातायात माह के तहत वाहन चेकिंग के दिए गए निर्देश पर अमल नजर नहीं आया। एक भी ट्रैफिक सिपाही का भी कुछ पता नहीं था। धोबी घाट चौराहे पर एक तरफ ट्रैफिक सिपाही तो दूसरी तरफ होमगार्ड गाडि़यों की भीड़ को कंट्रोल करने में जुटा रहा, पर चेकिंग नहीं हो रही थी।शाम को वाहन चेकिंग के शेड्यूल थे, पर सुबह-शाम चौराहों पर ट्रैफिक का लोड बढ़ने से जाम लग रहे हैं। कुंभ वर्क को लेकर सभी सड़कों पर वर्क चल रहा है। ऐसे में पब्लिक को जाम के बीच सुरक्षित चौराहे को पार कराना पहली जिम्मेदारी है। सीमित संसाधन और समस्याओं के बीच बेहतर करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
-कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक