- मरीजों की सुविधा के लिए हॉस्पिटल ने शुरू की थी वेबसाइट

- आज तक एक भी पर्चा नहीं हुआ वेबसाइट से बुक, लगातार बढ़ रही मरीजों की लाइन

--------------

2,000 मरीज मंडे को पहुंचे हॉस्पिटल

1600 रजिस्ट्रेशन हुए ऑनलाइन

400-रजिस्ट्रेशन हुए ऑफ लाइन

00-रजिस्ट्रेशन हुए वेबसाइट से

=======================

बरेली : डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी का पर्चा घर बैठे वेबसाइट से बनवाने की प्रक्रिया को शुरू हुए एक माह से अधिक हो गया, लेकिन पब्लिक को यह सुविधा रास नहीं आई. नतीजा हॉस्पिटल के पर्चा काउंटर पर लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है जबकि वेबसाइट से अभी तक एक भी पर्चा बुक ही नहीं हुआ.

इसलिए नहीं कराते रजिस्ट्रेशन

वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद मरीज को हॉस्पिटल आने का समय और अप्वाइंटमेंट नम्बर तो मिल जाएगा. लेकिन वह फोन में आए मैसेज को दिखाकर डॉक्टर के पास तक नहीं जा सकेगा. डॉक्टर के पास पहुंचने के लिए उसे किए गए रजिस्ट्रेशन का प्रिंट भी लेना होगा. यदि मरीज या तीमारदार किसी इंटरनेट कैफे से पि्रंट निकलवाता है तो उसे कम से कम दस रुपए खर्च करने होंगे. या फिर हॉस्पिटल पहुंचकर लाइन में लगकर बिना कुछ खर्च किए प्रिंट निकलवा सकते हैं. दस रुपए बचाने के लिए ही लोग वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन कराने से बच रहे हैं.

लोगों को जानकारी ही नहीं

घर बैठे वेबसाइट के जरिए ओपीडी रजिस्ट्रेशन की सुविधा तो शुरू कर दी गई, लेकिन इस सुविधा की लोगों को जानकारी ही नहीं है. हॉस्पिटल प्रशासन ने इस सुविधा का प्रचार प्रसार ही नहीं किया, जिसके चलते ज्यादातर लोगों को यह पता ही नहीं है कि घर बैठे भी पर्चा बनवाया जा सकता है.

सर्वर भी दे रहा धोखा

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ऑनलाइन पर्चा सिस्टम में सर्वर भी धोखा दे रहा है. आए दिन सर्वर ठप होने के कारण मरीजों के ऑफ लाइन पर्चे बनाना पड़ते हैं. मंडे को भी काफी देर तक सर्वर ठप रहा, इसके चलते करीब 400 मरीजों के पर्चे ऑफलाइन बनाए गए.

इस तरह कराना है रजिस्ट्रेशन

ऑनलाइन रिजर्वेशन सिस्टम (ओआरएस) से रजिस्ट्रेशन कराने के लिए मरीज को वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ओआरएस डॉट गॉव डॉट इन पर लॉग इन करना होगा. इसके बाद मरीज को अपनी पूरी डिटेल दिए गए ऑप्शन में फिल करनी होगी. इसके बाद मरीज को रजिस्ट्रेशन नम्बर और डॉक्टर का अप्वाइंटमेंट समय मिल जाएगा. लेकिन मरीज को हॉस्पिटल पहुंचकर किए गए रजिस्ट्रेशन का प्रिंट लाइन में लगकर ही निकलवाना होगा. मरीज लाइन में लगने से बचने के लिए निजी शॉप से भी पि्रंट निकलवा सकता है. इसके बाद ही वह डॉक्टर के पास दवा लेने के लिए पहुंच सकता है.

==================

सिर्फ रजिस्ट्रेशन नम्बर मिलेगा

-वेबसाइट पर जाकर पर्चा बन तो जाएगा लेकिन सिर्फ रजिस्ट्रेशन नम्बर ही तो मिलेगा. पर्चा की प्रिंट के लिए फिर भी लाइन में लगना होगा.

अक्षत, हार्टमन

-------------------

ऑनलाइन सेवा भी ठप

-दवा लेने के लिए आधा घंटा से अधिक हो गई लाइन में लगे हुए.काउंटर तक पहुंचा, लेकिन ऑन लाइन पर्चा बनने में प्रॉब्लम आने से ऑफ लाइन पर्चा दिया.

अरशद, दीवानखाना

---------------

दिव्यांगों को नहीं व्यवस्था

-हॉस्पिटल में पर्चा काउंटर तो करीब दस बना दिए गए हैं. लेकिन इसमें एक भी काउंटर ऐसा नहीं है जिसमें दिव्यांगों को सुविधा हो. दिव्यांगों को भी परेशानी होती है.

तारा बी

अब इसमें क्या कर सकता

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ऑन लाइन पर्चा बुकिंग के साथ वेबसाइट से भी पर्चा घर बैठे रजिस्ट्रेशन कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ऑनलाइन तो लोग पर्चा रजिस्ट्रेशन लाइन में लगकर कराते हैं लेकिन अभी तक किसी भी मरीज ने वेबसाइट से रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. इसमें विभाग भी क्या कर सकता है.

डॉ. केएस गुप्ता, एडीएसआईसी, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

Posted By: Radhika Lala