3 वर्षो में सर्वाधिक रजिस्ट्री हुई, विभाग की बढ़ी आय

अंतिम क्वार्टर में लक्ष्य को पूरा करने का दिया शासन ने निर्देश

8 नवंबर 2016 के बाद करीब 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है

Meerut। नोटबंदी के बाद भरभराकर गिरा रीयल एस्टेट कारोबार दम भर रहा है तो ठप पड़े रजिस्ट्री विभाग में भी रौनक बढ़ी है। आंकड़ों पर गौर करें तो 8 नवंबर 2016 के बाद करीब 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रजिस्ट्री विभाग में संपत्ति की खरीद-फरोख्त करने वालों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं रजिस्ट्री की संख्या में भी इजाफा हुआ है। शासन ने अंतिम क्वार्टर में लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश रजिस्ट्री विभाग को दिए हैं।

एक नजर

वर्ष वार्षिक लक्ष्य दिसंबर तक प्राप्ति प्रतिशत

2015-16 592.20 308.05 54.12

2016-17 597.70 261.42 43.73

2017-18 597.70 294.83 49.32

2018-19 599 340.56 56.85

नोट:-धनराशि करोड़ रुपये में

आंकड़े 1 अप्रैल से 31 दिसंबर के बीच के हैं।

नोटबंदी के बाद से धड़ाम हुई पड़ी संपत्ति की खरीद-फरोख्त का स्तर एक बार फिर संभला है। लोगों में परचेजिंग कैपेसिटी डेवलप हो रही है तो वहीं रजिस्ट्री की संख्या भी बढ़ रही है।

वीके तिवारी, एआईजी स्टांप, मेरठ

Posted By: Inextlive