ग्रोवर दंपत्ति हत्याकांड नए सिरे से तफ्तीश
- हत्याकांड की कई बार हुई जांच, पिछले वर्ष पुलिस ने थक-हारकर लगा दी थी मामले में एफआर
- दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट के मुद्दा उठाने पर डीआईजी रेंज ने किया केस को पेंडिंग सूची में शामिल आई एक्सक्लूसिव आगरा। ग्रोवर दंपत्ति हत्याकांड की पुलिस ने नए सिरे से तफ्तीश शुरू कर दी है। शुक्रवार को पुलिस घटनास्थल पर भी पहुंची, लेकिन मकान पर ताला लटका मिला। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर लौट आई। गौरतलब है कि मामले में एफआर लगने पर दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस पर डीआईजी रेंज लव कुमार ने पेंडिंग केसों की सूची में इसको शामिल किया था। लेदर कारोबारी दम्पत्ति की हुई थी हत्या15 नवंबर 2015 को खंदारी हनुमान चौक निवासी लेदर कारोबारी अवनीश ग्रोवर व उनकी पत्नी ऊषा ग्रोवर की नृशंस हत्या कर दी गई थी। पुलिस की जांच इस मामले में गोल-गोल घूमती रही, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। मामले में कई बार जांच हुई, लेकिन हर बार पुलिस के हाथ हत्यारोपियों के गिरेबां से दूर ही रहे।
टेप में गई उलझमर्डर के तुरंत बाद पुलिस की कार्रवाई में भारी ढिलाई रही। दम्पत्ति को बदमाशों ने एक टेप से बांधा था। उनके हाथ-पैर बांधे और मुंह पर भी टेप लगाया। पुलिस ये तक पता नहीं कर सकी कि टेप कहां से लाया गया है। टेप एक्सपोर्ट के काम में यूज होता है। टेप को लेकर पुलिस दूसरे राज्यों में भी भटकती रही थी।
सिम मिलने के बाद भी नहीं मिला सुराग दम्पत्ति के घर से गायब हुए मोबाइल का सिम खटीकपाड़ा में पड़ा मिला। इसके बाद भी पुलिस बदमाशों तक नहीं पहुंच सकी। पुलिस ने पास के हॉस्टिल में काम करने वाले मजदूरों से बात की, लेकिन मामला नहीं सुलझा। दम्पत्ति के घर पर काम चल रहा था। शुरुआत में घटना मजदूरों द्वारा की गई प्रतीत हुई, लेकिन पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं था। इस मामले में कई बार अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए। पुलिस ने हर बार जांच शुरुआत से की, लेकिन हल कोई नहीं निकला। हर बार जांच के बाद उलझी पुलिस फाइल बंद कर बैठ जाती थी। पिछले साल लगाई थी एफआरवर्ष 2017 में पुलिस ने थक हारकर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। अब फिर से फाइल खुलने से खुलासे की उम्मीद जागी है। पुलिस टीम शुक्रवार को खंदारी हनुमान चौक दम्पत्ति के आवास पर पहुंची थी। लेकिन वहां पर पुलिस को ताला डला मिला। इसके बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से बात की और थाने वापस आ गई। पुलिस मामले में परिजनों से मिलकर बात करेगी।