ट्रैफिकर से मुक्त बच्ची के पास एडमिशन के लिए पैसे नहीं
दो साल पहले ट्रैफिकर के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर पहुंची है अनिता
मैट्रिक, इंटर के बाद अब ग्रेजुएशन कर संवारना चाह रही करियर RANCHI: दो साल पहले वह ट्रैफिकर के चंगुल से मुक्त होकर अपने घर लौटी थी। अब पढ़ाई कर अपना जिंदगी संवारना चाहती है, लेकिन उसके पास एडमिशन कराने के लिए पैसे नहीं हैं। ऐसे में वह अपने करियर को लेकर काफी चिंतित है। मालूम हो कि पीडि़ता के बयान पर खूंटी एचटीयू व एसडीएम के पास शिकायत भी हुई थी। पुलिस ने उसे नौकरी के बहाने काम पर ले जाने वाले लोगों को गिरफ्तार भी किया था। यह है मामलाखूंटी जिला के तोरपा ब्लॉक की रहनेवाली इस अनिता कुमारी अपने स्तर से पढ़ाई शुरू कर दी है। उसने न सिर्फ मैट्रिक का इम्तिहान पास किया, बल्कि इंटरमीडिएट भी अच्छे मार्क्स से पास कर लिया है। अनिता अब ग्रेजुएशन करना चाहती है, पर उसके पास ग्रेजुएशन में एडमिशन कराने के लिए पैसे तक नहीं है। वह आगे पढ़ना चाहती है, लेकिन उसकी पढ़ाई में पैसे की कमी बाधा बन रही है। सोमवार को अनिता ने फोन पर बताया कि उसकी मदद करने के लिए कोई तैयार नहीं हो रहा है। वह आगे पढ़ना चाहती है, पर उसके पास एडमिशन कराने तक का पैसा नहीं है। ऐसे में वह अपनी मंजिल तक कैसे पहुंच पाएगी। यह चिंता उसे सता रही है।
ब्0 हजार घूस लेते जेई गिरफ्तार सोमवार को निगरानी ब्यूरो की टीम ने हजारीबाग भवन निर्माण विभाग के जूनियर इंजीनियर योगेश तिवारी को ब्0 हजार रुपए घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद निगरानी ब्यूरो की टीम ने उसके ऑफिस व घर में भी तलाशी अभियान चलाया। निगरानी ब्यूरो के मुताबिक, इंजीनियर ने हजारीबाग ओपेन जेल में ख्7 लाख की लागत से बनने वाले चार वॉच टावर के पैसों के भुगतान के बदले निर्माण करवाने वाले व्यक्ति से 90 हजार रुपए की घूस की डिमांड की थी। इसकी शिकायत ठेकेदार मो शफीउल्ला ने निगरानी ब्यूरो में दर्ज कराई थी। शिकायत सही पाए जाने पर निगरानी ने इंजीनियर को घूस लेने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया और रांची ले आई।