- ईडब्ल्यूएस के बकाएदारों को प्राधिकरण ने दी राहत

- बकाया चुकाने का प्राधिकरण ने निकाला नया फॉर्मूला

Meerut : जिन्होंने ईडब्ल्यूएस के मकानों का बकाया कई सालों से नहीं चुकाया है। साथ ही उन पर प्राधिकरण का लाखों रुपए बकाया हो चुका है, उन्हें प्राधिकरण की ओर से बड़ी राहत दी गई है। प्राधिकरण ने बकाया चुकाने को लेकर नया फॉर्मूला बनाया है। इस फॉर्मूले में निकली गई वैल्यू मौजूदा बकाए से काफी कम होगी। उनसे कोई ब्याज भी नहीं लिया जाएगा। ये राहत सिर्फ एक महीने तक के लिए ही होगी।

9 हजार हैं बकाएदार

प्राधिकरण के सिटी में दस हजार ईडब्ल्यूएस के मकान हैं, जिनमें से क्0 फीसदी ऐसे मकान हैं, जिन्होंने मकान के पूरे रुपए जमा करा दिए हैं, लेकिन अब 9 हजार ऐसे मकान हैं, जिन्होंने कोई बकाया नहीं चुकाया है। इन पर बकाया क्0 लाख रुपए से लेकर ब्याज समेत ख्भ् लाख रुपए का हो चुका है। कई बार नोटिस देने के बाद भी इन लोगों ने मकानों की किश्तें नहीं चुकाई। जब प्राधिकरण की ओर से सीलिंग की कार्रवाई शुरू हुई तो उन्होंने राहत की बात और इतना रुपया न चुका पाने की अपनी मजबूरी बयां की।

अब निकाला नया फॉर्मूला

प्राधिकरण की ओर से इन लोगों से बकाया लेने का नया फॉर्मूला निकाला है, जिससे बकाएदारों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। प्राधिकरण उन मकानों की जमीन की गणना आज के हिसाब से करने में जुट गया है। साथ ही उसकी कॉस्ट ऑफ कंस्ट्रक्शन भी आज के हिसाब से जोड़ रहा है। अगर इन दोनों को जोड़कर आज के हिसाब से एक ईडब्ल्यूएस मकान की कीमत छह लाख रुपए आती है तो उतने ही रुपए देनी होगी। भले ही आवंटी पर पहले बकाया क्0 या क्ख् लाख रुपए हो।

एक महीने का होगा समय

प्राधिकरण के वीसी राजेश कुमार के अनुसार इस सुविधा का लाभ आवंटी को सिर्फ एक महीने तक के लिए मिलेगा। ख् अक्टूबर से फ्क् अक्टूबर तक के लिए आवंटी इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। गणना के करने के बाद सभी को इसका लेटर भेजा जाएगा। जिसमें न्यू रिवैल्यूवेशन कॉस्ट लिखी होगी। अगर किसी को न्यू रिवैल्यूवेशन के आधार पर छह लाख रुपए देने हैं और वो प्राधिकरण को दो लाख रुपए पहले दे चुका है तो उसे सिर्फ चार लाख रुपए ही देने होंगे।

क्या है मंशा?

प्राधिकरण के अधिकारियों की इसमें मंशा ये है कि जल्द से जल्द प्राधिकरण के खजाने में कुछ रुपया आ सके। ताकि वो अपने रुके हुए कामों को शुरू कर सके। दूसरा ये है कि इन बकाएदारों से जल्द से जल्द छुटकारा पाया जा सके। ताकि नए ईडब्ल्यूएस मकानों को बनाने पर फोकस किया जा सके। प्राधिकरण को अगले एक साल में एक हजार से अधिक ईडब्ल्यूएस के मकान बनाने हैं।

बकाएदारों को राहत देने के लिए नए फॉर्मूले को बोर्ड से पास कराया जा चुका है। ये सुविधा अक्टूबर से लागू होगी जो एक महीने तक रहेगी। इससे प्राधिकरण के साथ बकाएदारों को भी राहत मिलेगी।

- राजेश कुमार यादव, वीसी, एमडीए

Posted By: Inextlive