- टीचर व पेरेंट्स संग कोतवाली पहुंचे स्टूडेंट्स ने लगाया आरोप, किया हंगामा

- स्कूल प्रशासन के खिलाफ दी तहरीर, धार्मिक संगठनों ने भी कार्रवाई की उठाई मांग

बरेली :

कैंट स्थित बिशप कोनराड स्कूल बच्चों को फेल करने के बाद फंस गया. स्कूल में रिज्लट लेने पहुंचे पेरेंट्स और स्टूडेंट्स ने हंगामा काट दिया. जिसके बाद स्कूल टीचर सार्थक परिजनों को लेकर कोतवाली पहुंचे और स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए. कहा कि स्कूल प्रबंधन के कहने पर धर्म परिवर्तन नहीं किया तो स्टूडेंट्स को फेल कर दिया. कोतवाली में हंगामे की सूचना पर धार्मिक संगठनों के लोग भी पहुंच गए और स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ गए. हंगामा बढ़ता देख सीओ मौके पर पहुंचे. शिकायत लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया. लेकिन पेरेंट्स और स्टूडेंट इससे संतुष्ट नहीं हुए. उन्होंने तुरंत कार्रवाई और बच्चों को पास कराने की मांग उठाई.

कॉमर्स टीचर आया सपोर्ट में

थर्सडे को बिशप कोनराड स्कूल में क्लास 7, 9 और 11 के स्टूडेंट्स का रिजल्ट बांटा गया. जिसमें अधिकांश स्टूडेंट्स फेल थे. फेल होने वाले स्टूडेंट्स का कहना था कि स्कूल प्रबंधन धर्म परिवर्तन का दवाब बना रहा था और धर्म परिवर्तन न करने पर उन्हें फेल कर दिया गया. इसे लेकर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने स्कूल में हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा होता देख स्कूल संचालक ने अभिभावकों को स्कूल से बाहर निकाल दिया. इसके बाद स्कूल के कॉमर्स टीचर सार्थक सहगल नाराज पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को लेकर कोतवाली लेकर पहुंच गए और स्कूल संचालकों पर जानबूझकर फेल करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की. सूचना फैलते ही विश्व हिंदू परिषद के पवन अरोड़ा, ईसाई समाज के एडविन हरमन, मुस्लिम प्रतिनिधि खलील कादरी आदि भी पेरेंट्स के समर्थन में कोतवाली पहुंच गए.

ट्यूशन के नाम पर भी वसूली

असजद रजा खान, सलमा खान, शहाना खान, औसान खान आदि स्टूडेंट्स ने तहरीर में आरोप लगाया कि स्कूल में धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा था. जिन बच्चों ने धर्म बदलने से मना कर दिया उनके साथ बदसलूकी की गई. जिसमें छात्राएं भी शामिल रही. वहीं, कई स्टूडेंट्स ने स्कूल संचालकों की प्रताड़ना से आत्महत्या तक कर लेने की बात कही. 25 से 30 हजार रुपये ट्यूशन पढ़ाने के नाम पर वसूलने के भी आरोप लगाए. कहा कि जिन छात्रों ने ट्यूशन नहीं पढ़ी उनको फेल किया गया है.

स्कूल प्रबंधक को बुलाया कोतवाली

पेरेंट्स की जिद देख कर स्कूल प्रशासन को कोतवाली बुलाया गया. स्कूल प्रबंधन ने कोतवाली पहुंचकर अपना पक्ष रखा और आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. जिस पर पुलिस अधिकारी भी ढीले पड़ गए. हालांकि पुलिस ने तीन सदस्यीय कमेटी से दोबारा कॉपी चेक कराने और जांच में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की बात कहकर परिजनों को भेज दिया. इसके बाद पेरेंट्स और स्टूडेंट्स धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ एसपी सिटी से मिले और मुकदमा दर्ज कराने की मांग की. बाद में जेडी से भी मिलकर शिकायत की. वहीं, टीचर सार्थक स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान नहीं होता देख सीबीएसई बोर्ड से शिकायत करने दिल्ली रवाना हो गए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर भी शिकायत करने की बात कही.

धर्म परिवर्तन के सात लाख रुपए

कॉमर्स टीचर सार्थक ने बताया कि स्कूल में धर्म बदलने का दबाव बनाया जाता है. धर्म बदलने के लिए मुझे सात लाख रुपये का ऑफर भी दिया. मुझसे पहले भी दो लोगों ने धर्म बदला. उन्हें इतने रुपये दिए गए. जब मैने इसका विरोध किया तो मुझे छेड़खानी के फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी. जिसकी रिकॉर्डिंग और व्हाट्सअप मैसेज भी मेरे पास हैं. जिसे पुलिस ने जांच में शामिल किया है.

कॉमर्स के टीचर सार्थक सहगल को मार्च तक नौकरी पर रखा गया था. वो ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स के साथ शर्मनाक बातें किया करते थे. ग‌र्ल्स के करेक्टर को लेकर कमेंट किया करते थे. जो अश्लीलता की श्रेणी में आती थी. इसकी शिकायत ग‌र्ल्स ने भी की थी. शिकायत पर सार्थक को चेतावनी दी गई थी. अब उनका टाइम पीरियड 31 मार्च को पूरा हो रहा है जिसकी वजह से उन्होंने फेल बच्चों के पेरेंट्स को भड़काया है. किसी बच्चे को जानबूझकर फेल नहीं किया गया है. यदि किसी को शक है तो उसकी कॉपियां देखी जा सकती हैं.

फादर हेराल्ड डी कून्हा, स्कूल प्रबंधक

एसपी सिटी का वर्जन::::

Posted By: Radhika Lala