इटली के रोम हवाईअड्डे पर सिखों के अपमान पर भारत ने कड़ा एतराज जताया है. विदेश मंत्रालय ने जहां इटली के राजदूत को तलब कर विरोध दर्ज कराया वहीं रोम मे भीं भारत ने पूरे घटनाक्रम पर सख्त नाराजगी जतायी है. संसद में अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर ने घटना को दुनिया भर में सिखों पर हो रहे अत्याचार से जोड़ दिया और कहा कि भारत सरकार विदेशी सरकारों पर दबाव बनाकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराए.


तलाशी के नाम पर जबरन उनकी पगड़ी उतरवाईदिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष की अगुआई में गए सिख प्रतिनिधिमंडल के साथ 6 अगस्त को रोम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यह घटना हुई. प्रतिनिधिमंडल के मुताबिक सुरक्षा कर्मियों ने तलाशी के नाम पर जबरन उनकी पगड़ी उतरवाई. विवाद बढऩे पर इटली स्थित भारतीय दूतावास हरकत में आया और उसने हस्तक्षेप किया. विदेश मंत्रालय का दावा है कि इटली में भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद बिना पगड़ी उतरवाए 7 अगस्त को प्रतिनिधिमंडल को वीआइपी लाऊंज से ही दुबई के लिए रवाना कर दिया गया. सिख समुदाय में तीखी प्रतिक्रिया
इस घटना पर देश के सिख समुदाय में तीखी प्रतिक्रिया हुई. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने इतालवी राजदूत को साउथ ब्लाक तलब किया. विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) ने इतालवी राजदूत से दो टूक चर्चा की. इतालवी राजदूत ने कहा कि इटली में बड़ी संख्या में सिख आबादी है और वहां के अधिकारी ऐसे मसलों में सिखों के प्रति संवेदनशील हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों के लिए वहां के अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामले की संवेदनशीलता को जाहिर करते हुए वह इतालवी शासन-प्रशासन को संदेश देंगे. हवाई अड्डे पर सिख दुर्व्यवहार की तीसरी घटना


दूसरी ओर, लोकसभा में इस मुद्दे पर अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर ने कहा कि रोम हवाईअड्डे पर इस साल सिखों के साथ दुव्र्यवहार यह तीसरी घटना है. इससे पहले गोल्फर जीव मिल्खा सिंह और सरदार अमृतिंदर सिंह के साथ भी अपमानजनक व्यवहार हो चुका है. अब दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मंजीत सिंह को न सिर्फ पगड़ी उतारने के लिए मजबूर किया गया, बल्कि 24 घंटे तक उन्हें वहां बंधक बनाकर रखा गया. उन्होंने इटली के मिलान हवाई अड्डे पर भी हुई ऐसी घटनाओं का उल्लेख किया और कहा कि दुनिया में कहीं सिखों को इबादत के समय मार डाला जाता है तो कहीं उनके पगड़ी पहनने पर पाबंदी लगा दी जाती है. गौरतलब है कि फ्रांस में पगड़ी पर पाबंदी है. पगड़ी को सिखों की पहचान का अविभाज्य अंग बताते हुए हरसिमरत ने कहा, भारत सरकार दुनिया की दूसरी सरकारों पर दबाव बनाए कि सुरक्षा जांच के नाम पर सिखों को पगड़ी उतारने पर मजबूर न किया जाए. यह सिखों की पहचान पर हमला है और सिख प्रतीकों का अपमान असहनीय है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh