Bareilly : नॉर्दन रेलवे के जीएम ठीक दो दिन बाद ए क्लास बरेली जंक्शन का दौरा करने वाले हैं लेकिन उनके वेलकम के लिए की जाने वाली तैयारियां अधूरी हैं. नए जीएम के तौर पर जंक्शन पर यह उनका पहला इंस्पेक्शन होना है. इसके लिए जंक्शन के ऑफिशियल्स पिछले एक महीने से तैयारियों में जुटे हैं. बावजूद इसके रेनोवेशन की स्पीड कोहरे के कारण थम रही ट्रेनों की रफ्तार की तरह हैं. सिर्फ प्लेटफार्म 1 को चमकाने में जुटे जिम्मेदारों को बाकी प्लेटफॉम्र्स का पुरसा हाल लेने की सुध न रही. महज फॉर्मेलिटीज में जुटे ऑफिशियल्स जंक्शन पर 50 फीसदी रेनोवेशन वर्क शुरू भी न करा सकें. 6 करोड़ रुपए से ज्यादा पर मंथ की इनकम करने वाले जंक्शन में जिम्मेदार सालाना कमाई का एक परसेंट भी रेनोवेशन में नहीं लगा सकें.


प्लेटफॉर्म 2, 3 व 4 में काम नहींजंक्शन के प्लेटफॉर्म 1 को भले ही जी जान से चमकाने की कोशिश की जा रही हो, लेकिन बाकी प्लेटफॉम्र्स का हाल बेहद बुरा है। जीएम की विजिट के लिए प्लेटफॉर्म 2, 3 व 4 में प्लास्टरिंग व फ्लेारिंग का काम शुरू भी न हो सका है। इन प्लेटफॉम्र्स में कई जगह से टूटफूट और गड्ढे पड़ गए हैं, जिनमें पैचवर्क किया जाना चाहिए था, लेकिन कुछ टूटे टाइल्स को चेंज कराने के अलावा यहां कोई भी रेनोवेशन वर्क नहीं किया गया। यह हाल तब है जबकि जंक्शन से मुरादाबाद-दिल्ली की ओर जाने वाली 80 परसेंट ट्रेन्स प्लेटफॉर्म 2 से होकर गुजरती हैं।शेड्स रह गए डर्टी


जंक्शन पर दीवारों व फर्नीचर्स को रंगने और टूटी टाइल्स को चेंज कराने में ही जुटे जिम्मेदारों का ध्यान प्लेटफॉम्र्स शेड्स पर गया ही नहीं है। जंक्शन के प्लेटफॉम्र्स में अब तक एक में भी शेड्स की सफाई व पेटिंग नहीं शुरू की गई। रेनोवेशन का राजकुमार बना प्लेटफॉर्म 1 भी इससे अछूता रह गया। सालों से गंदे पड़े इन शेड्स को जीएम दौरे के दौरान संवरने की उम्मीद जो फिलहाल अधूरी रहेगी।सीट्स को तरसते पैसेंजर्स

जंक्शन पर  पैसेंजर्स को मिलने वाली फेसेलिटीज व एमेंटीज में उनके लिए प्रॉपर सीटिंग  टॉयेलेट्स व ड्रिंकिंग अरेंजमेंट्स होने चाहिए। लेकिन टायलेट्स की परेशानी से जूझ रहे पैसेंजर्स प्लेटफॉर्म 1 से लेकर 4 तक बैठने के लिए सीट्स को भी तरस रहे हैं। प्लेटफॉर्म 1 में ही जरूरत के मुताबिक सीट्स अवेलबेल नहीं हैं। सोर्सेज के मुताबिक डेढ़ साल पहले पिछले जीएम के दौरे में प्लेटफॉर्म 1 पर 50 से ज्यादा बेंच वाली कुर्सिया थी, जो धीरे धीरे गायब होकर 24 पर रह गई हैं। वहीं बाकी के प्लेटफॉम्र्स में सैकड़ों पैर्संजर्स जमीन पर या अपने सामान पर ही बैठने को मजबूर रहते हैं।CSG  बिना इंक्वायरीजंक्शन की साख में फजीहत कराने की सबसे बड़ी वजह कोच गाइडेंस सिस्टम, सीजीएस का अब तक फेल रहना है। डीआरएम ने अपनी विजिट के दौरान पहले प्लटफार्म 1 के सीजीएस को फिर से जल्द दुरूस्त करने के निर्देश दिए थे। जंक्शन पर दिल्ली से आई एक्सपट्र्स टीम ने इसकी जांच भी की, पर मायूसी ही हाथ लगी। प्लेटफॉर्म 1 और इंक्वायरी के सीजीएस व टीआईडीएस पूरी तरह स्विच मोड में पड़े हैं। सोर्सेज के अकॉर्डिंग ल अगले महीने से पहले सीजीएस को ठीक कराना पॉसिबल नहीं।

Posted By: Inextlive