ऐसा आशियाना जहां हर तरफ मुसीबतों का ठिकाना

- ठाकुरगंज के झब्बन की बगिया का हाल

- कई दिनों तक नहीं होती है सफाई

- पीने के लिए नलों में गंदे पानी की सप्लाई

- बिजली के खंभों में उतर आता है करंट

LUCKNOW: यहां पर जब आशियाना बसाया था तब यह सोचा भी नहीं था कि एक दिन यहां पर जगह मुसीबतों का ठिकाना बन जाएगी। शहर में किसी भी इलाके में गाय-भौंसे पालने की छूट नहीं है वहीं इस मोहल्ले में पांच मकानों में डेरी संचालित की जा रही है। मोहल्ले की नालियां गंदी पड़ी है और इलाके की तमाम गलियां और रोड जर्जर है। इलाके के लोगों ने कई बार संबंधित अधिकारियों को कम्पलेन की लेकिन बगिया की सूरत नहीं बदली।

- जर्जर रोड और चोक है तमाम नालियां

इलाके की घुसते ही टूटी-फूटी गलियां और जर्जर सड़कों से सामना होता है। यहां लगे बिजली के खंभों पर बाक्स लगाए जाने का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है जिसके चलते तारों का मकड़जाल फैला हुआ है। कई बार इसके चलते खंभों में करंट भी उतर आता है। इलाके में कई जगह कटिया लगाकर बिजली की चोरी की जा रही है। गंदगी का इस क्षेत्र में अम्बार है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस क्षेत्र में अवैध रूप से पांच डेरियों का संचालन हो रहा है। घरों के अंदर यहां डेरिया चल रही है। सभी डेरी संचालकों ने अपने यहां गाय और भैंसे पाल रखी है। इसके चलते यहां की नालियों में गोबर भरा रहता है। गोबर भरने से नालियां अक्सर चोक भी हो जाती है। नालियां खुली होने के कारण कई बार बच्चे इनमें गिरकर चोट खा जाते हैं।

- इस इलाके में है पांच तबेले

डेयरी संचालकों की गाय और भैंसे इलाके में इधर-उधर घूमते रहते हैं। गली में एक गाय या भैंस के खड़े हो जाने से महिलाओं और बच्चों को निकलने के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है। ये जानवर कई बार इलाके में रहने वाले लोगों को चोटिल भी कर चुके हैं। उसके बावजूद डेरियों कों यहां से नहीं हटाया गया। नगर निगम तक इस बात की शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। इलाके के लोगों ने बताया कि सुरक्षा के नाम पर यहां कोई व्यवस्था नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही इलाके की एक परचून की दुकान में चोरो ने शटर काट कर चोरी की। इलाके में गश्त की कोई व्यवस्था नहीं है।

कोट

मोहल्ले की नालियां बजबजाती रहती है। इनकी सफाई होती ही नहीं है। कभी कभार ही यहां से कूड़ा उठता है। रास्ते तो माशाल्लाह है।

सुनील गुप्ता

क्षेत्र में विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है। दीपावली बीते चार दिन से अधिक हो गए है और क्रैकर्स का कूड़ा अभी भी घरों के सामने पड़ा है। सफाई कर्मचारी यहां आते ही नहीं है।

अनूप कुमार

कुछ गलियां और रोड तो अच्छी है जिन पर यहां के पार्षद और अधिकारियों की मेहरबानी है। कुछ रोड और गलियां ऐसी है कि इन पर अक्सर बच्चे गिर कर चोटिल हो जाते हैं।

बेबी, हाउस वाइफ

मोहल्ले में गाय और भैंसे इतनी है कि गली में खड़ी हो जाए तो निकलना दुश्वार हो जाता है। सबसे अधिक परेशानी स्कूल जाते समय छोटे-छोटे मासूम बच्चों को होती है।

सुनीला, हाउस वाइफ

मोहल्ले की उखड़ी नालियों का काम कई बार हम लोग चंदा कलेक्ट कर ठीक करवा चुके हैं। लेकिन थोड़े ही दिन में यह उखड़ जाती है। पीने के पानी सप्लाई तो है लेकिन कई बार नलों में गंदा पानी आने लगता है। यहां पर सीवर लाइन डालने का काम लगभग साल भर पहले पूरा हो चुका है लेकिन अभी तक इसकी शुरुआत नहीं हो सकी है।

आशीष श्रीवास्तव, प्राइवेट जॉब

यहां पर लगे खंभों में बिजली के तार बुरी तरह से उलझे हुए हैं। कई बार खंभों में करंट भी उतर आता है। इतना ही नहीं इस इलाके में कई जगह लोग कटियां भी डालकर बिजली का यूज करते हैं।

राजा कश्यप, बिजनेसमैन

बाक्स

मेनमार्केट में खड़ी है कई अवैध गाडि़यां

- सालों से खड़ी यह गाडि़यां बन रही नशे का अड्डा

LUCKNOW(16 Nov): शाम ढलते ही इस रोड पर खड़ी हो जाती है अवैध बसें और टैम्पो। कहीं यह टैम्पो बीयर बार बने हुए है तो कहीं बसों में परोसा जाता है व्हाइटनर। यह कहना है कि ठाकुरगंज मार्केट में रहने वालों का। इतना ही नहीं शाम के बाद इस मोहल्ले में महिलाओं का निकलना भी दुश्वार है। झब्बन की बगिया से सटी हुई मार्केट है ठाकुर गंज की। वहां के लोगों के लिए यह मार्केट ही सबसे करीब है। लेकिन इस मार्केट का हाल बहुत बुरा है। यहां के व्यापारियों ने बताया कि माली खां सराय से लेकर मंजू टंडन तिराहे तक रात में दोनों तरफ बसें और टैम्पो खड़ी हो जाती है।

धड़ल्ले से हो रहा है अवैध बसों का संचालन

व्यापारियों ने बताया कि रोड इस रोड पर आरटीओ से मात्र 20 टैम्पो परमिट है जबकि यहां पर 250 से अधिक अवैध ऑटो का संचालन हो रहा है। इतना ही नहीं इस रोड पर ही कुछ दिन पहले राज्य मंत्री अभिषेक मिश्रा ने यहां पर एक बिजली घर बनवाया। लेकिन कुछ दिनों बाद ही इसके सामने रोड पर लोगों ने कूड़ा डालना शुरू कर दिया। हाल यह है इस कूड़े के चलते रोड पर अक्सर जाम लगा रहता है। मार्केट में कहीं भी पीने के पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है। कई व्यापारियों ने आरोप लगाया कि यहां पर पुलिस के संरक्षण में कई अवैध धंधे फलफूल रहे हैं। रोड साइड गाडि़यां कई सालों से खड़ी है जो हटाई नहीं जा रही है। इनमें बैठकर शाम को शराब पीते हैं। इतना ही नहीं यहां पर शाम को खड़ी होने वाली बसों में व्हाइटनर परोसा जा रहा है। इसके चपेट में यंगस्टर्स आ रहे हैं। इन सभी बातों की शिकायत भी की जा चुकी है।

कोट

मार्केट में लोगों का चलना दुश्वार है। कई अवैध धंधे यहां संचालित हो रहे हैं। शाम को मार्केट में लड़कियों का निकलना दूभर है। रोड पर खड़े ऑटो शाम को पीने के लिए मुफीद अडडा बने हुए हैं। कई शिकायतें नगर निगम से लेकर पुलिस तक की गई लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।

प्रवीण निगम

अध्यक्ष ठाकुरगंज व्यापार मंडल

कोट

झब्बन की बगिया में सभी पोल की लाइटें ठीक कराई गई। यहां की रोड ठीक कराने के लिए यहां पर एक करोड़ रुपए का काम होना है। इसके अलावा क्षेत्र में समरसेबल पंप लगवाए गए हैं।

अनुराग पाण्डेय

पार्षद

Posted By: Inextlive