- नगर निगम मुख्यालय पर पटरी दुकानदारों ने किया हंगामी प्रदर्शन

- 23 जनवरी को तय हो सकती है सिटी के वेंडिंग जोन

LUCKNOW: वेंडिंग जोन की मांग को लेकर फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों का हुजूम बुधवार को नगर निगम मुख्यालय पहुंचा। लखनऊ फुटपाथ व्यापार समन्वय समिति के बैनर तले सैकड़ों पटरी दुकानों ने यहां जोरदार प्रदर्शन किया। उनकी मांग थी कि फेरी नीति को लागू किया जाये और अतिक्रमण के नाम पर उन्हें बार-बार न उजाड़ा जाये। उनकी बुलंद आवाज का असर भी देखने को मिला। प्रदर्शन कर रहे पटरी दुकानदारों को नगर निगम अफसरों ने आश्वासन दिया कि 23 जनवरी तक शहर के अलग-अलग जोन में वेंडिंग जोन एरिया घोषित कर दिया जाएगा। वहीं एक पटरी दुकानदार ने नगर निगम की छत पर पहुंच कर कूदने की धमकी दी जिससे वहां हड़कंप मच गया। दुकानदारों ने उसे समझा-बुझा कर नीचे उतारा।

फेरी नीति लागू करने की मांग

फुटपाथ व्यापार समन्वय समिति के तत्वाधान में राजधानी के सैकड़ों फुटपाथ व्यापारी अपनी-अपनी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर विरोध-प्रदर्शन किया। फेरी नीति लागू कराने की मांग को लेकर दुकानदार नगर निगम मुख्यालय पर सुबह 11 बजे पहुंचे और बड़ी संख्या में गेट पर धरने पर बैठे गये। करीब तीन घंटे तक जोरदार हंगामी प्रदर्शन चलता रहा। नगर आयुक्त के उपलब्ध न होने पर अपर नगर आयुक्त विशाल भारद्वाज ने पटरी दुकानदारों के समक्ष पहुंच कर उनका ज्ञापन लिया। उनकी मांग की थी कि अतिक्रमण के नाम पर फुटकर दुकानदारों को हटाया जा रहा है। जबकि फेरी नीति लागू करने का आदेश होने के बाद भी नगर निगम आज तक सर्वे भी पूरा नहीं कर सकी। नो वेंडिंग जोन घोषित हो गया लेकिन आज तक वेंडिंग जोन नहीं बनाया जा सका।

छत पर चढ़ा प्रदर्शकारी

पटरी दुकानदार एक तरह नगर निगम के बाहर फेरी नीति की मांग को लेकर शांति प्रदर्शन कर रहे थे तो दूसरी तरफ पटरी दुकानदार लालू सोनकर मांग पूरी कराने की जिद पर नगर निगम मुख्यालय की छत पर चढ़ गया और मांग पूरी न होने पर छत से कूदने की धमकी देने लगा। जिससे वहां मौजूद सैकड़ों लोग और नगर निगम के अफसरों में हड़कंप मच गया। फुटपाथ व्यापार समन्वय समिति के सदस्यों ने जैसे तैसे लालू सोनकर को समझा-बुझा कर नीचे उतारा।

23 तक घोषित हो सकता है वेंडिंग जोन

अपर नगर आयुक्त विशाल भारद्वाज ने पटरी दुकानदारों को आश्वासन दिया कि पीएम मोदी के आगमन के चलते नगर आयुक्त उदय राज सिंह व्यस्त है। 23 जनवरी को नगर निगम डीएम, एसएसपी, वीसी और पीडब्लूडी के अफसरों की एक कमेटी के समक्ष अपना सर्वे प्रस्तुत करेंगे। ताकि कमेटी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जोन वार वेंडिंग जोन पर मुहर लगा सके। कमेटी से प्रस्ताव की स्वीकृति मिलने पर नगर निगम सभी जोन में वेंडिंग जोन की घोषणा कर दी जाएगी।

यलो लाइन की बार्डर लाइन

अपर नगर आयुक्त ने बताया कि पटरी दुकानदारों के लिए रोड पर यलो लाइन खींची जाएगी। यलो लाइन ही उनकी बार्डर लाइन होगी। यलो लाइन के पीछे ही पटरी दुकानदार अपनी दुकान लगा सकते है। उसके आगे आने पर अवैध अतिक्रमण माना जाएगा और उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

क्या है वेंडिंग जोन की हर्डल

फुटपाथ दुकानदारों के लिए 2004 में फेरी नीति बनाई गई थी। 2007 में प्रदेश ने फेरी नीति अधिनियम को पास भी कर दिया था और 2013 में सुप्रीम कोर्ट के डायरेक्शन में चीफ सेक्रेट्री ने डीएम और एसएसपी को निर्देश भी दिये थे। 2014 में एक मई को केंद्र सरकार ने फेरी नीति कानून भी लागू कर दिया। राजधानी में फेरी नीति को लेकर कई बार नगर निगम ने सर्वे की कार्यवाही की लेकिन आज उसे फालो नहीं कर सके। टाउन वेंडिंग कमेटी को वेंडिंग जोन घोषित करने की जिम्मेदारी है। हालांकि एक मई 2014 के बाद से मात्र दो बार ही टाउन वेंडिंग कमेटी की मीटिंग हुई है।

Posted By: Inextlive