RANCHI : 108 एंबुलेंस की मनमानी के खिलाफ अब रिम्स प्रशासन भी एक्शन के मोड में है। इस बाबत हॉस्पिटल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ संजय कुमार ने प्राइम मिनिस्टर ऑफिस (पीएमओ) को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि 108 एंबुलेंस से मरीजों को तो हॉस्पिटल में लाया जाता है, लेकिन जब उन्हें वापस ले जाना होता है तो वे इससे इन्कार कर देते हैं। ऐसे में मरीज व उनके परिजनों को खासी परेशानी होती है। मजबूरी में उन्हें प्राइवेट एंबुलेंस की सेवा लेनी होती है, जिससे जेब काफी ज्यादा ढीली होती है। बता दें कि 108 एंबुलेंस की मनमानी को लेकर मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी मामला दर्ज कराया जा चुका है।

गरीब मरीजों को परेशानी

हॉस्पिटल के डीएस ने पीएमओ को भेजे गए कंप्लेन लेटर में लिखा है कि इलाज पूरा करने के बाद मरीज घर जाने के लिए 108 एंबुलेंस की मांग करते है। इसमें वैसे मरीज शामिल होते है जो एंबुलेंस का खर्च चुकाने में असमर्थ होते है। लेकिन रिम्स के पास भी पर्याप्त एंबुलेंस नहीं है। जिससे उन्हें समय पर एंबुलेंस उपलब्ध कराना संभव नहीं हो पाता। ऐसे में जब 108 एंबुलेंस को कॉल कर बुलाया जाता है तो वे आने से इन्कार कर देते हैं।

फ्री है 108 एंबुलेंस सर्विस

108 एंबुलेंस सर्विस पूरे राज्यभर में शुरू की गई है। जिसके तहत जिलों में एंबुलेंस का संचालन जिकित्सा केयर एजेंसी कर रही है। ये एंबुलेंस गंभीर मरीजों को लेकर रिम्स आते है और मरीज को छोड़कर लौट जाते है। ऐसे में एंबुलेंस चालकों को लौटते समय अपने जिले के मरीज को साथ ले जाने का आदेश दिया जाए तो मरीज को भी परेशानी नहीं होगी। वहीं, एंबुलेंस के लिए उसे कोई चार्ज भी नहीं देना होगा। चूंकि एंबुलेंस की जरूरत या तो आपरेशन वाले मरीजों को होती है या चलने फिरने में असमर्थ लोगों को।

काउंटर बनाने के लिए तैयार है प्रबंधन

मरीजों को एंबुलेंस की सुविधा देने के लिए प्रबंधन काउंटर बनाने के लिए भी तैयार है। जहां पर डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी। ऐसे में रिम्स से लौटने से पहले एंबुलेंस चालक काउंटर से मरीज की जानकारी लेकर उन्हें घर ले जा सकते है। इसके लिए एंबुलेंस का वेटिंग टाइम केवल दस मिनट का होगा।

वर्जन

मरीजों को छोड़ने के बाद 108 एंबुलेंस ख्राली लौट जाता है। अगर मरीज को लेकर चला जाए तो मरीजों के लिए राहत होगी। चूंकि एजेंसी को सरकार पेमेंट तो कर रही है। अब हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों को भी इसका फायदा दिलाने के लिए कंप्लेन दर्ज कराया है। अगर यह सुविधा शुरु हो जाती है तो आर्थिक रूप से असमर्थ मरीजों को काफी राहत होगी।

डॉ संजय कुमार

डीएस, रिम्स

Posted By: Inextlive