RANCHI : रिम्स में सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन रूल्स एंड रेगुलेशंस तो बनाती है, लेकिन उसे खुद फॉलो नहीं कर पा रही है। ऐसे में इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। अब देखिए ना। रिम्स गवर्निग बॉडी की मीटिंग में शाम के वक्त इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का फ्री रजिस्ट्रेशन करने का फैसला लिया गया था, लेकिन हकीकत में उनसे भी रजिस्ट्रेशन चार्ज वसूला जा रहा है। ऐसे में गरीब मरीजों की जेब कट रही है, लेकिन इस ओर रिम्स एडमिनिस्ट्रेशन का ध्यान नहीं जा रहा है।

आते हैं 200 से ज्यादा मरीज

रिम्स में इलाज के लिए न सिर्फ रांची बल्कि पूरे राज्य से मरीज आते हैं। अगर इमरजेंसी की बात करें तो यहां हर दिन तकरीबन दो सौ मरीज आते हैं। दिन में आने वाले मरीजों का तो ओपीडी काउंटर में रजिस्ट्रेशन होता है, लेकिन शाम पांच बजे के बाद आने वाले मरीजों का रजिस्ट्रेशन इमरजेंसी काउंटर पर ही होता है। गंभीर मरीजों की भी पर्ची यहीं काटी जाती है। पर्ची कटाने के चक्कर में मरीजों के इलाज में विलंब न हो जाए, रिम्स एडमिनिस्ट्रेशन ने शाम में इमरजेंसी काउंटर पर रजिस्ट्रेशन फ्री कर दिया है, लेकिन इसका फायदा मरीजों को नहीं मिल रहा है।

शाम पांच से आठ बजे तक फ्री रजिस्ट्रेशन

रिम्स में शाम के बाद इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के इलाज में सिर्फ पर्ची कटाने में हो रहे विलंब के कारण किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इस बाबत रजिस्ट्रेशन चार्ज फ्री कर दिया गया है। रिम्स गवर्निग बॉडी की मीटिंग में भी इस प्रपोजल पर सदस्यों ने अपनी सहमति दे दी थी। इसमें शाम पांच से रात आठ बजे तक इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का फ्री रजिस्ट्रेशन होना है।

Posted By: Inextlive