- पीडब्ल्यूडी ने बना दी रोड, नहीं दिया गया सीवरों की तरफ ध्यान

- नगर आयुक्त ने जल संस्थान को लगाई फटकार

AGRA। जल संस्थान के आला अधिकारियों की लापरवाही एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। एमजी रोड पर बने हुए सीवर प्वाइंट्स को दरकिनार करते हुए पीडब्ल्यूडी ने रात में ही रोड बनाकर तैयार कर दी। अब सीवर प्वाइट्स बंद होने के बाद सीवर की सफाई की किल्लत को देखते हुए नगर आयुक्त ने जल संस्थान के अधिकारियों को मामले की सत्यता का पता लगाकर सीवरों को खुलवाए जाने के निर्देश दिए हैं।

सीवर प्वाइट्स के ऊपर बना दी रोड

जैसे तैसे करके एमजी रोड बनाने का नंबर आया और उसे बनाने में भी घोर लापरवाही दिखा दी। करीब एक सप्ताह पहले रातों-रात एमजी रोड बनाकर तैयार कर दी गई। जिसमें सीवर प्वाइंट्स रोड के नीचे ही बंद कर दिए गए।

जल संस्थान दिखा उदासीनता

जल संस्थान के अधिकारियों की उदासीनता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब पीडब्ल्यूडी रोड बना रहा था तब जल संस्थान ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया। जल संस्थान के अधिकारी सोते रहे और पीडब्ल्यूडी ने एमजी राेड बना दी।

नहीं दिया बिल्कुल भी ध्यान

ऐसा कोई पहला मामला नहीं है जब रोड बन जाए और बाद में संबंधित अधिकारियों को पता चले बल्कि बार-बार ऐसा ही किया जाता है। कुछ दिन पहले एमडी जैन इंटर कॉलेज के सामने जल निगम ने सीवर के लिए तीन बार रोड तोड़ दी लेकिन सीवर की कलैक्टिविटी नहीं की गई, बाद में नगर आयुक्त के निर्देशन पर रोड तोड़कर सीवर की कनैक्टिविटी की गई।

नगर आयुक्त ने लगाई क्लास

नगर आयुक्त इन्द्र विक्रम सिंह ने जल संस्थान के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी ने रोड बनाकर तैयार कर दी और उसमें जल संस्थान के सीवर भी दफन हो गए तब जल संस्थान के अधिकारी कहां चले गए, ऐसी लापरवाही आखिर क्यों हुई।

फिर तोड़ना न पड़ जाए एमजी रोड

एमजी रोड बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने लगभग ब् करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जिसमें सीवर प्वाइंट्स को नजर अंदाज कर दिया है। यदि सीवर प्वाइंट्स को खोला जाएगा तो दोबारा से बनी हुई रोड को तोड़ा जा सकता है जिसमें काफी रकम बर्बाद हो जाएगी।

'एमजी रोड को बनवा दिया गया है लेकिन शायद उसके अंदर कहीं न कहीं सीवर प्वाइंट्स पर ध्यान नहीं दिया गया है। जल संस्थान के अधिकारियों को सीवर प्वाइंट्स की जांच करने के आदेश दिए हैं.'

इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त

'एमजी रोड पर सीवर प्वाइंट्स बंद होने की हमें जानकारी नहीं है, प्वाइंट्स को चिन्हित किया जाएगा यदि सीवर प्वाइंट्स बंद हो गए हैं तो उन्हें खुलवाया जाएगा.'

मंजूरानी गुप्ता, जीएम जल संस्थान

Posted By: Inextlive