सबसे ज्यादा रोडवेज की बसें कर रही परेशान
वर्कशॉप में एसएसपी ने मांगे लोगों से सुझाव, बताए नियम-कानून
प्रशासन, नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस भी रही कार्यशाला में शामिल आगरा। सूरसदन में पुलिस और प्रशासन ने एक कार्यशाला का आयोजन किया जिसमें नगर निगम, रोजवेज बस चालक व ऑटो चालक समेत बैंड, डीजे संचालक शामिल रहे। कार्यशाला से पहले ही एसएसपी ने लोगों से सुझाव मांगे थे जिसमें रोडवेज की सबसे अधिक शिकायतें मिली। इस पर एसएसपी ने सभी को नियम बताए। सबसे अधिक शिकायतें मिली वर्कशॉप में एसएसपी ने बताया जब सुझाव मांगे गए तो सबसे अधिक शिकायतें रोडवेज बस की मिलीं। पिछले तीन महीने में सबसे अधिक चालान रोडवेज बसों की हैं.- -रोडवेज की बसें नो पार्किंग में खड़ी हो जाती हैं। -ईदगाह से एमजी रोड पर आ जाती हैं जबकि यहां पर नो एंट्री है। -भगवान टॉकीज, वॉटर वर्क्स पर बसों को रोका जाता है। -बसों से प्रेशर हॉर्न हटाए जायें।-बारिश में वाइपर चलना चाहिए।
-सवारियों को भर कर चलते हैं।
-नंबर प्लेट साफ होनी चाहिए। नगर निगम के चालकों की कमी मिली -नगर निगम के ट्रैक्टरों और ट्रकों पर नंबर प्लेट नहीं होती। -नगर निगम के वाहन एमजी रोड चलते हैं। -चालक शराब पीकर ड्यूटी करते हैं। -स्कूलों के टाइम पर निगम की कोई गाड़ी नहीं होनी चाहिए।-पुरानी मंडी से गाड़ी किले की तरफ दौड़ाई जाती है।
-गाड़ी को बीच में ही खड़ी कर देते हैं। -चालक गाड़ी के फिटनेस पेपर लेकर चलें। -कूड़े को ढक कर ही ले जाया जाए। बैंड और डीजे की होती है मनमानी फतेहाबाद रोड, एमजी रोड, एनएच-2 प्रतिबंधित क्षेत्र हैं फिर भी बारात जाती है। किसी का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा तो जब्ती करण की कार्रवाई होगी। प्रतिबंधित क्षेत्र में स्पीकर नहीं लगेंगे। साउंड की लिमिट तय की जानी चाहिए। बैंड के साथ डीजे नहीं होना चाहिए। नहीं मान रहे ऑटोवाले देहात के लाल ऑटो को हरे रंग का पेंट कर शहर में चलाया जा रहा है। ऑटो में म्यूजिक सिस्टम नहीं होना चाहिए। सवारियां कम हुई तो किराया बढ़ा दिया। नियम बनने के बाद भी सवारियों का भरना जारी।