1 माह में 1305 कर्मचारियों को वापस मिलेगा पीएफ अमाउंट

रोडवेज में पीएफ के नाम पर हुआ था 2.80 करोड़ का घोटाला

2011-12 में नहीं जमा हुआ था 600 कर्मचारियों का पीएफ

Meerut. भविष्य निधि के 2.80 करोड़ रुपये के पीएफ घोटाले के मामले में परिवहन विभाग बैकफुट पर आते हुए एक माह के भीतर फंड वापस देने को तैयार हो गया है. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्रमुखता इस घोटाले के हर बिंदू पर प्रकाश डाला था. मामला तब सामने आया जब रिटायरमेंट के बाद एक कर्मचारी ने अपने पीएफ एकाउंट में दो साल का फंड गायब देखा. मामले की जांच की गई तो करीब 600 से अधिक कर्मचारियों का दो साल का पीएफ उनके खातों से गायब मिला था और इस मामले में रोडवेज में कार्यरत महिला लिपिक का नाम सामने आया था.

यह था मामला

सोहराबगेट डिपो में साल 2011-12 के दौरान करीब 600 से अधिक कर्मचारियों के भविष्य निधि अंशदान के मद में नियमानुसार कटौती की गई लेकिन अंशदान उनके खाते में जमा नहीं किया गया. इस फंड से संबंधित प्रपत्र 3ए भी गायब कर दिया गया. जबकि डिपो से नियमानुसार कर्मचारियों के वेतन में कटौती की गई. मामला संज्ञान में आने पर रोडवेज के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया. इस घोटाले के समय सोहराब गेट डिपो में महिला लिपिक की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध थी. कर्मचारियों की शिकायत पर महिला लिपिका के खिलाफ भी जांच की जा रही है.

एक माह में वापस होगा फंड

इस मामले में रोडवेज के सेवानिवृत कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन ने मंगलवार से सोहराबगेट डिपो पर प्रदर्शन की घोषणा की थी लेकिन कर्मचारियों के प्रदर्शन से पहले ही एआरएम सोहराबगेट आरके यादव ने शासन के आदेश का हवाला देते हुए एक माह में फंड वापसी का आश्वासन देकर धरना होने नहीं दिया.

कार्यालय द्वारा खाता संख्या 5514 में वर्ष 2011 व 12 का अंशदान कर्मचारियों के खाते में पहुंचाने की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. एक माह में पैसा खातों में भेज दिया जाएगा.

आरके यादव, एआरएम, सोहराबगेट

Posted By: Lekhchand Singh