बरेली। लूट में शामिल बदमाशों की पहचान में उनके हुलिए और बाइक के नंबर ने अहम भूमिका निभाई। लूट की वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को लोगों से पूछताछ में कोई सुराग हाथ नहीं लगा। वारदात स्थल के पास के आसपास कोई सीसीटीवी भी नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने सुमित और उसके साथ जा रहे विमल, कांता और ड्राइवर से भी पूछताछ की। राजाराम ने बताया कि एक बाइक की नंबर प्लेट मुड़ी हुई थी। दूसरी बाइक की नंबर प्लेट पर वह सिर्फ 1309 ही पढ़ पाया। सभी बदमाशों ने सिर पर कैप और मुंह को मफलर से ढक रखा था। एक बदमाश का चेहरा खुला हुआ था। उसकी बड़ी-बड़ी दाढ़ी थी। इसके अलावा दो बदमाश कद में छोटे और मोटे थे।

पिट्ठू बैग से हुई पहचान

इसके बाद एडीजी जोन प्रेम प्रकाश के आदेश पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू की। चेकिंग के दौरान सूचना मिली कि बैरियर टू चौकी के पास उसकी कद काठी के लोग बाइक पर देखे गए हैं। इसके बाद बदमाशों को ट्रेस कर पीछा किया गया।

5 किलोमीटर तक पीछा

बैरियर टू से पांच किलोमीटर तक पीछा करने के बाद अहलादपुर चौकी के पास बदमाशों की घेराबंदी की गई। खुद को घिरा पाकर बदमाश गन्ने के खेत की ओर भागने लगे और बचने के लिए पुलिस पर फायरिंग भी कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश ढेर हो गए। जबकि तीन मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मौके से दो बाइक, 315 बोर के दो तमंचे, कारतूस की 7 पेटी व कई खोखे भी बरामद किएं।

कई थानों की पहुंची फोर्स

मुठभेड़ की सूचना मिलने पर आसपास के सभी थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। फरार बदमाशों की काफी देर तक पुलिस तलाशती रही। लेकिन बदमाश हत्थे नहीं चढ़ सके।

बुलेट प्रूफ जैकेट से बची दो सीओ की जान

बदमाशों से मुठभेड़ में कोतवाली इंस्पेक्टर गीतेश कपिल, सिपाही विपिन व एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। गीतेश के बाएं हाथ में गोली छूते हुए निकल गई और सिपाही विपिन के पैर में गोली लगी है। बदमाशों की गोली सीओ सिटी थर्ड अशोक कुमार मीणा और सीओ सिटी वन कुलदीप कुमार के सीने में भी लगी लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट से दोनों की जान बच गई।

मुठभेड़ के बाद फैल गई दहशत

मुठभेड़ के दौरान फायरिंग से इलाके में हड़कंप मच गया। खेतों में काम कर रहे लोग वहां से भाग खड़े हुए। मुठभेड़ खत्म होने के बाद आसपास के गांव के लोग भी इकट्ठा हो गए।

ज्वेलर व नौकर से चेक कराया बैग

पुलिस को बदमाशों के पास से सिर्फ एक ही बैग बरामद हुआ। ज्वेलर अनूप अग्रवाल और उसके कर्मचारियों को मौके पर बुलाकर बैग की पहचान कराई गई। बैग खोलने पर उससे पूरे 15 लाख रुपए बरामद हुए।

डीजीपी ने दी शाबासी

वारदात की सूचना बरेली से लखनऊ डीजीपी हेडक्वार्टर तक सुबह ही पहुंच गई थी। दोपहर में बदमाशों को ढेर कर रकम की पूरी रिकवरी होने पर डीजीपी, एडीजी और एसएसपी ने मुठभेड़ करने वाली टीम को बधाई और शाबासी दी ।

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वर्जन

लूटपाट करने वाले बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। फरार चल रहे बदमाश की तलाश की जा रही है। जोन के अन्य जिलों से भी बदमाशों को पकड़ने में मदद ली जा रही है।

प्रेम प्रकाश, एडीजी जोन

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बड़ा बाइपास पर पहले भी बदमाश मुठभेड़ में मारा गया

बड़ा बाईपास पर पुलिस की बदमाशों से पहले भी मुठभेड़ हो चुकी है। इससे पहले 15 मार्च 2015 को रुद्रपुर से शाहजहांपुर पेशी पर जा रहे हत्या और डकैती के बदमाशों ने टायलेट करने के दौरान भागने की कोशिश की थी। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने एक बदमाश मेहरान को मार गिराया था। इसके अलावा भी कई बार पुलिस ने मुठभेड़ में यहां बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

Posted By: Inextlive