MATHURA। थाना मगोर्रा के गांव पाली डूंगरा में गोवर्धन ब्लॉक प्रमुख के घर पर असलाहों से लैस करीब एक दर्जन बदमाशों ने रविवार की रात धावा बोल दिया। ब्लॉक प्रमुख के सिर पर हमला कर घायल कर दिया। उनके दो पुत्रों और पति पर फाय¨रग की। ग्रामीणों ने घेरने का प्रयास किया तो उन पर भी गोलियां बरसाई। इस डकैती में कुल 10 लोग घायल हो गए।

उड़ी पुलिस डिपार्टमेंट की नींद

वारदात से पुलिस महकमे की नींद उड़ गए। आईजी ने डकैती पर पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। थाना मगोर्रा के गांव पाली डूंगरा निवासी सपा नेता पीतम चौधरी की मां हरनंदी देवी गोवर्धन की ब्लॉक प्रमुख हैं। सोमवार रात को गांव में स्थित उनके घर पर मां हरनंदी देवी, पिता महाराज सिंह, भाई हरेंद्र प्रताप सिंह और विपिन चौधरी व अन्य लोग सो रहे थे। रात करीब 2.30 बजे उनके घर पर दर्जनभर से अधिक बदमाशों ने धावा बोल दिया। बदमाशों ने सबसे पहले हरेंद्र प्रताप, विपिन चौधरी के कमरों की बाहर से कुंडी लगा दी। और उन कमरों में दाखिल हो गए जहां अलमारी में गहने और नकदी रखी थी। इसी दौरान हरनंदी देवी जाग गईं। बदमाश देख उन्होंने शोर मचा दिया। इस पर बदमाश ने हरनंदी देवी के सिर पर बंदूक के बट से प्रहार कर दिया। उनकी चीख निकल गई। लहुलूहान होते ही हरनंदी घायल हो गिर पड़ीं। शोर सुनकर उनके दोनों पुत्र विपिन और हरेन्द्र भी जाग गए। उन्होंने कमरों से बाहर आने की कोशिश की, लेकिन बाहर से गेट की कुंडी बंद होने के कारण बाहर न आ सके। काफी प्रयासों के बाद धक्का से कुंडी टूटी तो वह बाहर आए। दोनों भाइयों ने बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया तो उन पर ताबड़तोड़ गोली बरसा दी गईं। जिससे दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी बीच घर के सामने बने दूसरे घर में सो रहे हरनंदी देवी के पति महाराज सिंह भी जाग गए और उन्होंने फाय¨रग की आवाज पर शोर मचा दिया। बदमाशों ने उन पर भी फायर झोंक दिया। लेकिन वह घायल होने से बाल बाल बचे।

ग्रामीणों ने ली पोजीशन

ताबडतोड़ फाय¨रग होने से ग्रामीणों में जगार हो गई और अनहोनी का अंदेशा होते ही एकजुट होकर शोर मचाना शुरू कर दिया। कुछ ग्रामीणों ने पोजीशन ली और बदमाशों पर जवाबी फाय¨रग भी की, लेकिन बदमाश ने उन पर भी बराबर फायर खोले रहे। दोनों ओर से करीब एक घंटे तक जवाबी फाय¨रग होती रही। बदमाशों की गोली से ग्रामीण पुरुषोत्तम, अजय, संत कुमार, बनय सिंह, गोलो देवी, रेखा देवी, अल्पना आदि घायल हो गए। वारदात से ग्रामीण दहशत में आ गए और बदमाश मौके का फायदा उठाकर भाग निकले। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। ब्लॉक प्रमुख हरनंदी देवी को मथुरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया है, जबकि उनके दो पुत्रों और अन्य ग्रामीणों को रात में ही आगरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरेंद्र प्रताप और विपिन हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों भाइयों को तीन-तीन और चार-चार गोलियां लगी हैं। गोलियों से दीवालों में सूराख हो गए हैं। एसएसपी डॉ। राकेश सिंह ने बताया कि वारदात में एक दर्जन से अधिक बदमाश रहे होंगे। दो बदमाशों ने चेहरे पर नकाब लगा रखा था। फाय¨रग के दौरान एक-दो बदमाश के भी घायल होने की संभावना है। यह भी हो सकता है कि बदमाश चार पहिया वाहन से आए हों, जिसे गांव के बाहर सड़क किनारे कहीं खड़ा किया हो। वारदात के संबंध में आईजी ने रिपोर्ट मांगी है।

थाना मगोर्रा के गांव पाली डूंगरा में गोवर्धन की ब्लॉक प्रमुख हरनंदी देवी के घर पड़ी डकैती की वारदात में पुलिस को बाबरिया गिरोह पर संदेह है। वारदात के तौर-तरीके भी बाबरिया गिरोह से मेल खा रहे हैं और बदमाशों की संख्या भी। इधर, डकैती की वारदात का खुलासा करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। क्योंकि एक साल पहले हुई चौमुहां बैंक डकैती का खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर सकी है।

लखनऊ तक पहुंची गूंज

पाली डूंगरा निवासी पीतम चौधरी सपा नेता हैं। वह वर्ष 2012 में सपा के टिकट पर गोवर्धन विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। उनके घर पर डकैती की वारदात से मथुरा से लेकर लखनऊ तक सपा और अन्य सियासी दलों के लोगों तक हलचल है। इधर, मगोर्रा थाने के एसओ अनिल कुमार ने बताया कि वारदात के तौर-तरीके से प्रतीत हो रहा है कि यह करतूत बाबरिया गिरोह की हो सकती है। ग्रामीणों ने बताया कि बदमाश गोली चलाने में काफी माहिर थे। वह आहट पर ही निशाना साध रहे थे। ग्रामीण पुरूषोत्तम को उन्होंने इसी अंदाज में घायल किया। बदमाश पूरी तरह से बेखौफ थे। जबकि ग्रामीण बार-बार चोटिल हो रहे हैं। वह खुद को बचाते हुए बदमाशों को घेरना चाहते थे। लेकिन एक बार भी कामयाब नहीं हो सके। उन्होंने वारदात के ऐसा समय चुना था, जब सभी ग्रामीण गहरी नींद में थे। गांव में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था।

रैकी के बाद वारदात का अंदेश

डकैती की वारदात से ऐसा प्रतीत होता है कि बदमाशों ने इलाके की कई दिन रैकी की होगी। वह लोग इलाके से भी भी पूरी तरह वाकिफ होंगे। और वह मरने और मारने पर आमादा थे।

ग्रामीण रहे खामोश

वारदात के बारे में ग्रामीण कुछ भी कहने से बचते रहे। गांव के तोताराम, श्यामलाल, कुंवरपाल, लाखन, विजय सिंह, मंजू देवी व हंसकला देवी आदि ने बताया कि करीब 2.30 बजे गोली चलने की आवाज से गांव में जगार हो गई थी। लेकिन घटना को तुरंत कोई समझ नहीं पाया। गोली की आखिरी आवाज करीब 3.15 बजे सुनाई दी। ग्रामीणों की घेराबंदी देख बदमाशों के पैर उखड़ गए।

बदमाशों ने गांव में बिजली जाने का किया था इंतजार

बदमाशों ने घटना को अंजाम योजनाबद्ध तरीके से दिया। पहले ब्लॉक प्रमुख के घर से लेकर गली तक नाकेबंदी की और बिजली जाने का इंतजार किया। जैसे ही बिजली गई, तभी बदमाशों ने घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया। गौर करने वाली बात यह है कि बदमाशों के जाने के बाद बिजली आ गई थी।

Posted By: Inextlive