VARANASI: रमजानुल मुबारक के छठवें रोजा बुधवार को सराय हड़हा स्थित भारत रत्न मरहूम उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के आवास पर सामूहिक रोजा इफ्तार का आयोजन हुआ। तकरीबन 70 वर्ष पहले उस्ताद के द्वारा शुरू किये हुए सामूहिक रोजा इफ्तार की परंपरा उनके बड़े साहबजादे हाजी महताब हुसैन ने निभाया। शाम को अल्लाहो अकबर की सदा के साथ लोगों ने खजूर से रोजा खोला। खास यह रहा कि भारत रत्‍‌न के यहां हुए इस खास आयोजन में बिजली गुल रही। लोग अंधेरे और उमस में रोजा खोलने के मजबूर हुए। इससे पहले नमाज पढ़ी गई। मौजूद लोगों को उस्ताद की बहुत याद आई। हर शख्स की जुबान पर उस्ताद से जुड़ी यादें थीं। इफ्तार के बाद हुए मजलिस को मौलाना अकील हुसैनी ने खिताब किया। बाद में अंजुमन हैदरी ने मातम और नौहाख्वानी की। इस मौके पर सैय्यद फरमान हैदर, मुनाजिर हुसैन मंजू, एजाज हुसैन, शराफत अली, काबे अली, सिफ्फू सहित काफी लोग मौजूद थे। इस्तकबाल काजिम अली ने तथा धन्यवाद नाजिम हुसैन ने दिया।

Posted By: Inextlive