- हड़ताल में शामिल हुए शहर के सभी बैंक कर्मचारी

- शहरबर में बंद रहीं बैंकों की 345 ब्रांचेज, नहीं हो पाया कोई काम

- एटीएम में भी पब्लिक को करना पड़ा कैश की किल्लत का सामना

GORAKHPUR: युनाइटेड फोर ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर पूरे देश में बैंक कर्मियों की हड़ताल ने गोरखपुराइट्स की परेशानी भी बढ़ा दी है। हड़ताल के कारण 800 करोड़ का लेनदेन ठप हो गया। बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गोरखपुर में बैंकों की 345 ब्रांचेज बंद रहीं। बैंकों में किसी तरह का कोई काम नहीं हो पाया। जिसके चलते बैंकों में कैश की जमा, निकासी, चेक क्लीयरेंस के काम भी नहीं हो पाए। शहर के बैंकों में रोजाना 800 से 1000 करोड़ रुपए का टर्नओवर होता है। शहर के 20 सरकारी और 8 प्राइवेट बैंकों के कर्मचारियों ने बुधवार को रैली निकाल निकाल कर प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए मांगें नहीं मानने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दे डाली।

बैंक कैंपस में हुए प्रदर्शन

बैंक रोड स्थित एसबीआई मेन ब्रांच में बड़ी संख्या में कर्मचारी एकजुट हुए। कैंपस से कर्मचारियों ने बड़ी रैली निकाली जो विजय चौराहा, गणेश चौराहा, कचहरी चौराहा, टाउनहाल होते हुए फिर कैंपस में लौटकर सभा में बदल गई। यहां एक-एक कर वक्ताओं ने मांगों के समर्थन में रणनीति पर अपने विचार व्यक्त किए। इसके अलावा विभिन्न बैंकों की शाखाओं, मुख्य शाखाओं पर भी बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन किए। बैंक कर्मियों ने कॉर्पोरेट घरानों पर बकाया एनपीए की वसूली नहीं होने पर सरकार की आलोचना की। साथ ही बैंककर्मियों पर लगातार बढ़ते कामों के दबाव की भी चर्चा की गई।

बैंकों के विलय पर जताई नाराजगी

सरकार द्वारा प्रस्तावित बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक व विजया बैंक के विलय का बैंककर्मियों ने पुरजोर तरीके से विरोध किया। सभा को संबोधित करते हुए युनाइटेड फारेम ऑफ बैंक यूनियंस के अध्यक्ष केके तिवारी ने कहा कि बैंकों का विलय अर्थव्यवस्था, कस्टमर व बैंक तीनों के लिए ही ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों के विलय से बैंककर्मियों को भी नुकसान ही होना है। इस अवसर पर एसपी त्रिपाठी, ओपी सिंह, राजकपूर, राजीव रंजन, एसएन द्विवेदी, एमपी कश्यप, एसके लाल, राहुल गुप्ता, एमजे श्रीवास्तव, दीपक चौधरी, विकास श्रीवास्तव, यूपीएन सिंह, ओपी त्रिपाठी, आरके सिंह, आनन्द शेखर शर्मा, डीके सिंह ने आयोजित सभा को संबोधित किया।

पब्लिक रही परेशान

बुधवार को शहर में बैंककर्मियों की हड़ताल के कारण 345 बैंक शाखाएं बंद रहीं। हड़ताल के समर्थन में चार हजार से अधिक बैंककर्मियों ने हड़ताल को समर्थन दिया। 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी और 26 को हड़ताल का प्रभाव एटीएम्स पर भी दिखाई दिया। सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले एसबीआई एटीएम पूरे दिन बंद रहे। साथ ही बैंक रोड पर आधे से अधिक एटीएम में पैसे नहीं मिल रहे थे। बैंकों में रोजाना पैसे जमा कराने वाले लोगों को भी हड़ताल के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। बैंकों में कैश जमा करने व एटीएम में कैश निकालने गए लोगों को निराश लौटना पड़ा।

कोट्स

मार्केट करने के लिए पैसों की जरूरत थी। एटीएम से पैसे निकालने गया तो बैंक रोड सहित कई एटीएम देखने के बाद भी पैसे नहीं मिले।

- अर्चना सिंह, हाउस वाइफ

बैंक से पैसे निकालने थे, मंगलवार को भी छुट्टी के कारण कैश नहीं निकल पाया था। बैंक हड़ताल के कारण वापस लौट आना पड़ा।

- कमलेश अग्रवाल, बिजनेसमैन

Posted By: Inextlive