- साल में केवल एक बार ही मिलता है फिटनेस सर्टिफिकेट

- अब आरटीओ करेगा स्कूल वाहनों की चैंकिंग

BAREILLY:

शाहजहांपुर हाइवे पर थर्सडे को कॉलेज बस में एक्सीडेंट के बाद आग लगने के बाद आरटीओ ने स्कूली वाहनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। स्कूली वाहनों की जल्द ही चेकिंग कराई जाएगी और मानक पूरे न करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान वाहनों के रजिस्ट्रेशन से लेकर फिटनेस तक कई बिंदुओं पर जांच की जाएगी।

जुलाई-अगस्त में देते हैं सर्टिफिकेट

एआरटीओ उदयवीर सिंह ने बताया कि सभी स्कूल और कॉलेज बसों के खिलाफ अभियान चलाकर जांच की जाएगी। उन्होने बताया कि हर साल जुलाई और अगस्त में सभी स्कूल बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जाता है। इसके बावजूद कई बसें और स्कूल वैन बिना रजिस्ट्रेशन सड़क पर दौड़ रही हैं।

मानकों को रख दिया है ताक में

हादसे के बाद भी अभी स्कूल और कॉलेज प्रबंधन ने सबक नहीं लिया है। आरटीओ के बनाए गए रूल्स को ताक पर रखकर स्टूडेंट्स को निजी वाहनों में ले जाया जा रहा है। ये वाहन न तो स्कूल व्हीकल में रजिस्टर्ड हैं और न ही उनमें स्टूडेंट्स की सुरक्षा के मानक पूरे हैं। ऐसे में इन वाहनों से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। फ्राइडे को कई स्कूल बस ऐसी दिखीं जिनमें बस के पीछे ही अपने स्कूल की होर्डिग लगा कर बैक साइड के शीशे को ढक दिया है। तो किसी वैन का शीशा ही टूटा हुआ है। इसी तरह की कई कमियां देखने को मिली।

650 वाहन हैं रजिस्ट्रर

एआरटीओ ने बताया कि पूरे जिले में अभी तक करीब 650 स्कूल वाहन ही रजिस्टर्ड हैं, जिसमें करीब 500 बसें और 150 वैन व मैजिक हैं। इसके अलावा भी कई स्कूल वाहन ऐसे है जो बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही सड़को पर दौड़ रहे है।

बिना रजिस्ट्रेशन के स्कूल-कॉलेज में कोई वाहन नहीं लगाया जा सकता है। जल्द ही चेकिंग अभियान चलाकर ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उदयवीर सिंह, एआरटीओ

Posted By: Inextlive