सड़क दुर्घटना रोकने को ब्लू प्रिंट तैयार, ब्लैक स्पॉट होंगे चिन्हित

एडीएम सिटी की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय

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PRAYAGRAJ: बच्चों की जान खतरे में डालकर चल रही स्कूली बसों के खिलाफ दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा चलाये गये अभियान को फाइनली प्रशासन ने नोटिस ले लिया है. जिम्मेदार अफसरों की सोमवार की शाम हुई मिटिंग में तय हुआ कि सभी स्कूलों से बसों की लिस्ट मांगी जाएगी और जुलाई से सभी के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.

लोनिवि ब्लैक स्पॉट लोकेट कर बनाएगा लिस्ट

शहर में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत को रोकने के लिए ऐसे ब्लैक स्पॉट वाले चौरा हों पर यातायात संकेतक लगाया जाएगा जहां सर्वाधिक शहरी दुर्घटना का शिकार होते हैं. इसके लिए लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है. विभाग को जल्द से जल्द ऐसे स्पॉट को चिन्हित कर उसकी पूरी जानकारी डीएम को सौंपना होगा. यह निर्णय सोमवार को संगम सभागार में एडीएम सिटी एके कनौजिया की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया है. इसके अलावा सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत, स्कूलों बसों, सीट बेल्ट व हेलमेट की चेकिंग करने जैसे अभियान को लेकर ब्लू प्रिंट भी तैयार किया गया है.

महत्वपूर्ण तथ्य

आरटीओ, ट्रैफिक व पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में पूरे शहर में नौ और 11 अप्रैल को सीट बेल्ट और हेलमेट की चेकिंग की जाएगी.

एक जुलाई से स्कूलों में संचालित वाहनों में सुरक्षा के मानकों की चेकिंग की जाएगी. इसके लिए एक सप्ताह के भीतर बीएसए और डीआईओएस के जरिए सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यो से वाहनों की लिस्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

हिट एंड रन केस में दुर्घटना में मृत व्यक्तियों को 25 हजार रुपए व स्थाई अशक्तता की स्थिति में 12500 रुपए प्रदान किये जाएंगे. इसके लिए डीएम के यहां आवेदन करना होगा.

सवारी ढोने वाले यात्री वाहनों से दुर्घटना में मृत होने की स्थिति में 25 हजार रुपए और घायल होने पर बीस हजार रुपए प्रदान किये जाएंगे.

यात्री वाहन से अन्य व्यक्ति की मृत्यु होने पर दस हजार रुपए और घायल होने की दशा में पांच हजार रुपए संबंधित व्यक्ति को प्रदान किये जाएंगे.

इसके लिए एसडीएम की जांच रिपोर्ट पर मुख्यालय से बजट रिलीज किया जाएगा.

दस करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजनाओं की सड़क सुरक्षा आडिट कराई जाएगी.

सड़क दुर्घटना होने की स्थिति में घायलों का यथा शीघ्र चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जाएगी.

घायल व्यक्ति को हॉस्पिटल तक पहुंचाने वाले का सहयोग भी किया जाएगा.

इसकी रूपरेखा तय करने की जिम्मेदारी चिकित्सा अधिकारी को सौंपी गई है.

समिति की बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत को रोकने के लिए पूरी योजना बना ली गई है. परिवहन विभाग की तर्ज पर अब सप्ताह में दो अलग-अलग दिन सीट बेल्ट व हेलमेट का चेकिंग अभियान चलाया जाएगा. स्कूली वाहनों की चेकिंग का अभियान एक जुलाई से शुरू किया जाएगा. शहर के ब्लैक स्पॉट वाले चौराहों को चिन्हित कर वहां पर संकेतक लगाने की योजना बनाई गई है.

रविकांत शुक्ला,

एआरटीओ प्रवर्तन

Posted By: Vijay Pandey