फ्लैग नकलविहीन परीक्षा के दावों की खुली पोल

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- नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए लगवाए गए थे सीसीटीवी और वॉइस रिकार्ड

-सचल दल की छापेमारी में 4 दिन में पकड़े गए 939 नकलची

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चार दिन में पकड़े गए नकलची

फैक्ट्स एंड फीगर

डेट छात्र छात्राएं टोटल

1 मार्च: 12- 59 71

2 मार्च: 07- 02 -09

3 मार्च: 06-170- 176

5-मार्च: 05 -678 - 683

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बरेली :

आरयू एग्जाम में नकलविहीन परीक्षा के दावों की पोल खुल गई है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए शासन के किए गए पुख्ता इंतजाम नकलचियों के आगे पूरी तरह से धराशायी हो गए। आरयू की मेन परीक्षा में बनाए गए सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर लगवाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी नकलची सीसीटीवी और वॉइस रिकार्डर को चकमा देकर नकल सामग्री साथ ले जाकर आसानी से नकल कर रहे हैं। वहीं सचल दल की सक्रियता से सारे नकलची पकड़े गए हैं।

तो क्या बंद पड़ा है सीसीटीवी

आरयू की परीक्षा से पहले डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग कर नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए निर्देश दिए थे, जिसके बाद आरयू प्रशासन ने भी सभी महाविद्यालयों ने सीसीटीवी और वॉयस रिकॉर्डर लगवा दिए। इसके बाद भी सीसीटीवी से तो कोई नकलची अभी तक नहीं पकड़ा गया, लेकिन सचल दल ने सैकड़ों नकलची पकड़ लिए। इससे साफ दिख रहा है कि सीसीटीवी और वॉइस रिकार्डर या तो चल नहीं रहे हैं या फिर शोपीस बने हुए हैं। इतने सारे नकलची पकड़े जाने से प्रशासन की सक्रियता पर सवाल उठना लाजमी है।

सचल दल ने पकड़े सभी नकलची

सचल दल ने छापेमारी कर महज चार दिन यानि एक मार्च से पांच मार्च तक ही 939 नकलची पकड़े हैं। इसमें लड़के सिर्फ 30 हैं जबकि लड़कियों की संख्या 909 हैं। नकल करने में लड़कों से आगे लड़कियां है।

ऑडियो भी हो चुका है वायरल

ज्ञात हो आरयू के एग्जाम की कॉपी को बाहर से लिखवाने का आडियो हाल ही में वायरल हुआ था। एक महाविद्यालय से जुड़ा कोई व्यक्ति कॉपी लिखवाने के बदले 1500 से दो हजार रुपए मांग रहा था। जिसके बाद आरयू प्रशासन ने सचल दल को और एक्टिव कर दिया था। जिसके बाद ताबड़तोड़ छापेमारी नकल करने वालों के खिलाफ शुरू कर दी गई है। इससे लगातार नकलची पकड़े जा रहे हैं।

Posted By: Inextlive