जैसी श्रद्धा, वैसा ही कराएं रूद्राभिषेक
प्रयागराज के प्राचीन शिव मंदिरों में सोमवार के दिन रुद्राभिषेक के लिए बुकिंग की सुविधा
dhruva.shankar@inext.co.in PRAYAGRAJ: वक्त के साथ जरूरतें बदल गयीं लेकिन श्रद्धा जस की तस है। सावन में रुद्राभिषेक कराने की परंपरा वक्त के साथ और मजबूत हुई है। सोमवार को रुद्राभिषेक कराने की इच्छा रखने वालों को शहर में स्थित प्राचीन शिव मंदिरों में यूनीक ऑफर दिया है। अब श्रद्धालु को न तो पूजा का सामान जुटाने की चिंता करनी है और न ही पंडित जी के आने का इंतजार करना है। आपको बस अपना टाइम बुक कराना है और बताना है कि कितने लोगों के साथ आप इसमें शिरकत करना चाहते हैं। इसके बाद का काम मंदिर की तरफ से किया जाएगा। मंदिरों में व्यवस्था और विशेषता श्री आदि शंकर विमान मंडपम त्रिवेणी बांध स्थित इस मंदिर में महज 250 रुपए में भी रूद्राभिषेक कराया जाता है।इसके लिए किसी भी वक्त फोन नंबर 0532-2503495 पर संपर्क कर बुकिंग कराई जा सकती है।
यहां पर एक-एक कर पंडितों द्वारा रूद्राभिषेक कराने वाले को संकल्प दिलाया जाता है गंगाजल, दूध, देशी घी, शहद से रूद्राभिषेक सामूहिक रूप से होता है।जिस व्यक्ति के द्वारा बुकिंग कराई जाती है उसे प्रसाद में केला, नारियल, भस्म व पंचमेवा दिया जाता है।
इसकी टाइमिंग सुबह 8.30 बजे और शाम को 5.30 बजे निर्धारित की गई है।
सामूहिक रूद्राभिषेक कराने में डेढ़ घंटे का वक्त लगता है। मनकामेश्वर मंदिर यहां मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा पिछले 20 वर्षो से सावन के सोमवार को रूद्राभिषेक नहीं कराया जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि सावन माह के सोमवार को भगवान शिव का पूजन-अर्चन करने के लिए यहां पर सर्वाधिक भक्तों की भीड़ लगती है। मंदिर के प्रभारी श्री धरानंद के निर्देश पर पं। विद्याकांत पांडेय व उनकी टीम के द्वारा सोमवार को छोड़कर बाकी दिन सुबह सात बजे से लेकर शाम छह बजे तक रूद्राभिषेक कराया जा सकता है। पंडितों की टीम परिसर में मौजूद रहती है। अगर आप अभिषेक की सामग्री पंडित जी से मंगवाते हैं तो पूरे आयोजन के लिए आपको 2500 रूपए देना होगा। दशाश्वमेध मंदिरदारागंज स्थित दशाश्वमेध मंदिर में सोमवार के दिन सिर्फ दस लोगों को ही रूद्राभिषेक कराने की अनुमति दी जाती है। बाकी के दिनों में सुबह छह बजे से लेकर शाम सात बजे तक मंदिर परिसर में मंदिर के पुजारी विमल गिरि के साथ एक दर्जन पंडितों की टीम आयोजन को कराने के लिए मौजूद रहती है। आपको वहां जाकर उनसे संपर्क करना होगा। गंगाजल, दूध या दही से अभिषेक कराने के लिए 2200 रूपए लिया जाता है। विधि-विधान से अभिषेक कराने के बाद प्रसाद में पंचमेवा व भस्म प्रदान किया जाता है।
नागवासुकि मंदिर इस मंदिर में अगर आप रूद्राभिषेक कराना चाहते हैं तो पंडितों से संपर्क करने के आधा घंटे के बाद आसानी से रूद्राभिषेक करा सकते हैं। अगर आप खुद पूजन सामग्री देते हैं तो दक्षिणा में सात सौ रूपया पंडित द्वारा लिया जाएगा। खुद सामग्री नहीं खरीद पाने की स्थिति में 2100 रूपए में पूरा आयोजन कराया जा सकता है। मंदिर परिसर में पुजारी पं। श्याम धर त्रिपाठी की अनुमति से दो दर्जन पंडित हर वक्त मौजूद रहते हैं। इसी तरह की व्यवस्था शिवकुटी स्थिति कोटेश्वर महादेव मंदिर में भी दी जाती है। यूपी में यह ऐसा इकलौता मंदिर हैं जहां पर 250 रुपए में रूद्राभिषेक कराने की सुविधा दी जाती है। साथ में प्रसाद भी दिया जाता है। सावन महीने के चारों सोमवार के लिए पांच सौ से ज्यादा लोगों ने बुकिंग कराई है। रमणी शास्त्री, प्रबंधक श्री आदि शंकर विमान मंडपमआपकी अपनी श्रद्धा है अगर आपको अभिषेक से संबंधित सामग्री खरीदने में कठिनाई होती है तो पंडितों द्वारा पूजन सामग्री की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। यह व्यवस्था आधे घंटे के अंदर की जाती है।
विमल गिरि, पुजारी दशाश्वमेध मंदिर