4762

पदों पर होनी है भर्ती

14288

कैंडिडेट्स का होना है फिजिकल टेस्ट

1000

कैंडिडेट्स का पहले और दूसरे दिन होगा फिजिकल टेस्ट

1500

कैंडिडेट्स का 7 अप्रैल तक होना है टेस्ट

35

किलोग्राम का वजन उठाकर 100 मीटर तक दौड़ाया गया.

45

मिनट बाद रनिंग करवाया गया

4.15

मिनट में एक हजार मीटर की दौड़ लगानी थी

250

मीटर का मैदान होने की वजह से चार राउण्ड दौड़ लगवाया गया.

20

परसेंट कैंडिडेट हर बैच में पीछे रह जा रहे थे

26

मार्च से डीएसए ग्राउंड पर हुई फिजिकल टेस्ट की शुरुआत

01

किलोमीटर की दौड़ लगानी है क्वालीफाई करने के लिए

07

बजे सुबह से शुरू होनी थी दौड़

12

बजे तक धूप में बैठाकर रखे गये युवा

कड़ी धूप में दिन भर इंतजार करते युवा दौड़ने की बारी आयी तो छोड़ बैठे हौसला

20 में औसत 11 ही पूरी कर पाए दौड़, रेलवे में भर्ती के लिए चल रही प्रक्रिया

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: पहले 35 किलो वजन उठाकर सौ मीटर दौड़ और फिर एक हजार मीटर की दौड़ लगाने में युवाओं का पसीना छूट गया. मंगलवार को वे डीएसए ग्राउंड पर आरआरसी की ग्रुप डी के पदों पर भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट में एपीयर होने पहुंचे थे. सुबह बारिश और दिन में धूप से अभ्यर्थी इस कदर झेल गये कि 60 फीसदी ही बमुश्किल फिजिकल टेस्ट कम्प्लीट कर पाये. टाइम के पैमाने पर उनका भी रिजल्ट फाइनल होना अभी बाकी है.

सुबह सात बजे थी रिपोर्टिग

रिटेन एग्जाम क्वालीफाई कर चुके अभ्यर्थियों को मंगलवार को डीएसए ग्राउंड पर फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया था. अभ्यर्थी भोर में पांच बजे ही यहां पहुंच गये. टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से दोपहर एक बजे तक वे धूप में भूखे-प्यासे पड़े रहे. इसके बाद उनका फिजिकल टेस्ट शुरू हुआ. फिजिकल टेस्ट के दौरान अव्यवस्था को लेकर अभ्यर्थियों में जबर्दस्त गुस्सा दिखा. साढ़े 12 बजे तक टेस्ट शुरू न होने पर कैंडिडेट्स ने हंगामा शुरू कर दिया. नारेबाजी की, विरोध जताया, उसके बाद दोपहर करीब एक बजे से फिजिकल टेस्ट शुरू हुआ.

पहले दिन बुलाये गये थे एक हजार

पहले दिन एक हजार कैंडिडेट्स का फिजिकल टेस्ट होना था. जिसके लिए एक-एक घंटे के अंतराल में सात से आठ बैच में युवाओं का फिजिकल टेस्ट लेना था. दोपहर एक बजे तक फ‌र्स्ट बैच का ही टेस्ट नहीं हो पाया था.

लैपटॉप से इक्विपमेंट नहीं हो पा रहे थे कनेक्ट

फिजिकल टेस्ट पर कोई सवाल न उठे इसके लिए चिप के जरिये ट्रैकिंग का इंतजाम किया गया था

इसकी जिम्मेदारी एक प्राइवेट एजेंसी को दी गई थी

टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से लैपटॉप और चिप को सेट करने में काफी दिक्कत आई

घंटों मेहनत के बाद चिप लैपटॉप से कनेक्ट हो पाया, जिसके बाद दोपहर करीब एक बजे से फिजिकल टेस्ट की शुरुआत हुई

टेस्ट के लिए जो इक्विपमेंट लगाए गए थे, उसे सेट करने में 12 बज गए

पिछले वर्ष रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा ग्रुप डी में भर्ती के लिए एग्जाम कराया गया था.

अब आरआरसी द्वारा ग्रुप डी के अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा की शुरुआत की गई है.

फिजिकल टेस्ट में पास कैंडिडेट्स को पदों की संख्या के अनुरूप कंप्यूटर आधारित परीक्षा में मेरिट क्रम के आधार पर डॉक्यूमेंट के सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा.

बहुत तैयारी के साथ कैंडिडेट्स पहुंचे थे. लेकिन छह-सात घंटा ऐसे ही बैठा दिया गया तो कैंडिडेट्स क्या दौड़ेंगे. मैनेजमेंट बहुत खराब रहा.

मो. दानिश

सुबह पांच बजे ही पहुंच गए थे. सात बजे इंट्री होनी थी. दोपहर दो बजे के बाद बुलाया गया. जब सिस्टम खराब था तो दौड़ क्यों लगवाई.

पवन कुमार पांडेय

पहले दिन का फिजिकल टेस्ट पूरी तरह से अव्यवस्था का शिकार रहा. कैंडिडेट्स के लिए मैदान पर पानी का भी इंतजाम नहीं था.

हिमांशु

Posted By: Vijay Pandey