RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट रूपेश श्रीवास्तव ने बिजनेस से लेकर एजुकेशन के क्षेत्र में भी नया कीर्तिमान बनाया है। रूपेश को यूएस स्टेट ऑफ मिशिगन की फेरिस स्टेट यूनिवर्सिटी बोर्ड ऑफ ट्रस्टी में शामिल किया गया है। यूनिवर्सिटी की गवर्निग बॉडी में आठ लोग शामिल हैं, जिनमें से एक अपने रूपेश भी हैं। रूपेश अब इस यूनिवर्सिटी को पूरे आठ साल यानी 31 दिसंबर, 2022 तक सर्व करेंगे।

शुरू से आइटी रिवोल्यूशन से इंस्पायर्ड रहे रूपेश

रूपेश शुरू से आईटी रिवोल्यूशन से इंस्पायरर्ड रहे, जिसकी बदौलत उन्होंने अपनी फार्म के जरिए आईटी सोल्यूशंस पेश किया। अलग अंदाज और फास्ट सर्विसेज के कारण रूपेश के फार्म को कई एक्सीलेंस अवार्ड भी मिले। इसके पहले रूपेश 4श्रह्वठ्ठद्दह्यश्रद्घह्ल द्बठ्ठष्। और ॥2॥ स्श्रद्यह्वह्लद्बश्रठ्ठह्य के प्रेसिडेंट, सीईओ और फाउंडर भी रहे। बतौर इंडियन अमेरिकन एंटरप्रेन्योर रूपेश श्रीवास्तव लॉरेंस टेक यूनिवर्सिटी, ईएसएसपीएल और कारॅफोरनर्सेज के बोर्ड को भी सर्व किया है। रूपेश ङ्घठ्ठश्रह्लद्यद्गड्डह्मठ्ठ, ष्टड्डह्म4हृह्वह्मह्यद्गह्य, ङ्घश्रह्वठ्ठद्दह्लह्मश्रठ्ठद्बष्ह्य , श्वस्क्कक्करु के फाउंडिंग मेम्बर भी हैं। इन्हें साल 2006 में क्रेन के बिजनेस 40 अंडर 40 को प्राइड ऑफ इंडिया गोल्ड अवार्ड से भी नवाजा गया। वहीं साल 2007 में इसी बिजनेस के लिए एशियन पेसिफिक चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से सैल्यूट टू एक्सीलेंस अवार्ड भी दिया गया।

हमेशा सक्सेसफुल होने का जज्बा आया काम

रूपेश खुद को हमेशा से एक अच्छा और सक्सेसफुल व्यक्ति के रूप में साबित करना चाहते थे। अपनी उपलब्धि का श्रेय वे अपने पैरेंट्स को देते हैं। रूपेश एक ज्वाइंट फैमिली से बिलांग करते हैं जिसकी वजह से उन्हें करियर मेकिंग में काफी सपोर्ट मिला। पढ़ाई और बिजनेस के लिए जब रूपेश यूएस जा रहे थे उस वक्त परिवार बेहद कठिन परिस्थिति से गुजर रहा था। पिता की मृत्यु के ठीक चार दिन बाद ही रूपेश को यूएस जाना पड़ा। यही वजह थी कि रूपेश ने अपने परिवार के लिए जी तोड़ मेहनत की और आज एक मिसाल कायम कर दिया।

Posted By: Inextlive