रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को चेतावनी है कि सीरिया पर दोबारा पश्चिमी राष्ट्र द्वारा किये जाने वाले हमले विश्व में अराजकता ला सकते हैं क्योंकि वाशिंगटन रूस पर नए आर्थिक प्रतिबंधों के साथ दबाव बढ़ाने की तैयार कर रहा है। रूस के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इरान के समकक्ष हसन रोहानी और पुतिन ने टेलेफोन पर बातचीत के दौरान सहमति जताई है. दोनों ने बातचीत में कहा है कि पश्चिमी राष्ट्रों द्वारा किये गए हमलों ने सीरिया को भारी क्षति पहुंचाई है।


सीरिया हमले पर रूस की चेतावनीमोस्को (रायटर्स)। रूस के आधिकारिक बयान में कहा गया कि व्लादिमीर पुतिन ने बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया कि यदि आगे इस तरह के कृत्यों से यू.एन. चार्टर का उल्लंघन किया जाता है, तो यह अनिवार्य रूप से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अराजकता का ला सकता है। अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने सीबीएस को बताया कि 'फेस द नेशन' कार्यक्रम के तहत अमेरिका सोमवार को नए आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा कर रहा है ताकि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोप पर जवाब दे सके। सीरिया पर ये आरोप


शनिवार को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया पर हमला करने के लिए 105 मिसाइल लॉन्च किया था, इन देशों का आरोप था कि सात अप्रैल को डौमा में जो जहरीले गैस से अटैक किया गया, उसमें सीरिया ने तीन रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया था। पश्चिमी देशों ने सीरिया के राष्ट्रपति असद पर डौमा के दर्जनों लोगों को मारने का आरोप लगाया था। हालांकि, सीरिया की सरकार और उसके सहयोगी रूस ने इस तरह के किसी भी हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया है।सिविल वार के लिए नहीं किया हमला

बता दें कि अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने एक संयक्त बयान में कहा कि सीरिया पर मिसाइल स्ट्राइक उनके रासायनिक हथियारों से किये गए हमले तक ही सीमित थे, इसका उद्देश्य असद को धमकाना या सिविल वार में हस्तक्षेप करना नहीं था। इसके अलावा फ़्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रॉन ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने ट्रंप को रासायनिक हथियारों की साइट पर ध्यान फोकस करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि शनिवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के अनुरूप अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने सीरिया पर हमला कर दिया। रासायनिक हथियारों के भंडारों को नष्ट करने के लिए कुल 105 मिसाइल दागी गई। हमले के बाद ट्रंप ने कहा, तीन साथी देशों ने बर्बरता और क्रूरता के खिलाफ कदम उठाया है।

Posted By: Mukul Kumar