-RVS Engineering College के स्टूडेंट्स रिजल्ट से हैं नाराज, सेकेंड सेमेस्टर का रिजल्ट है खराब

-स्टूडेंट्स प्रमोट करने की जगह सप्लिमेंट्री एग्जाम की मांग कर रहे हैं, कॉलेज नहीं चाह रहा

-यूनिवर्सिटी सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराने को तैयार, कॉलेज को लिखकर देना होगा

JAMSHEDPUR: आरवीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंट्स रिजल्ट से सैटिस्फाई नहीं हैं। लास्ट मंथ रिजल्ट पब्लिश हुआ। इसमें टोटल स्टूडेंट्स में भ्0 परसेंट से ज्यादा को या तो प्रमोट किया गया है या उनका इयर बैक लगा है। यानी पास करने वाले स्टूडेंट्स भ्0 परसेंट से भी कम है। स्टूडेंट्स का कहना है कि वे काफी पहले से प्रमोट करने की जगह सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया जिस वजह से प्रॉब्लम हो रही है।

कॉलेज को क्यों है परेशानी?

स्टूडेंट्स सप्लीमेंट्री एग्जाम की डिमांड कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी इसके लिए तैयार है, पर कॉलेज सप्लिमेंट्री एग्जाम नहीं चाहता। आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर प्रो एमपी सिंह का कहना है कि सेमेस्टर सिस्टम में समय पर एग्जाम कंडक्ट कराना और रिजल्ट डिक्लेयर करना जरूरी है पर कोल्हान यूनिवर्सिटी में ऐसा नहीं हो पाता। उनका कहना था कि सेमेस्टर का एग्जाम और रिजल्ट समय पर नहीं होता तो सप्लिमेंट्री हो जाने पर और परेशानी बढ़ेगी। दूसरी तरफ केयू के एग्जामिनेशन कंट्रोलर डॉ गंगा प्रसाद ने कहा कि सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराने में उन्हें कोई परेशानी नहीं। इसके लिए कॉलेज को लिखकर देना होगा। डॉ प्रसाद ने कहा कि रेगुलेशन में सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराने की बात है पर कॉलेज ऐसा नहीं कराना चाहते।

स्क्रूटनी का रिजल्ट आने से पहले फॉर्म भरे जा रहे, क्या होगा आगे?

रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होने वाले स्टूडेंट्स के लिए स्क्रूटनी के लिए अप्लाई करने का ऑप्शन रहता है ताकि कहीं कोई गलती हुई हो तो उसे सुधारा जा सके। लेकिन इंजीनियरिंग के सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के साथ परेशानी यह है कि स्क्रूटनी और थर्ड सेमेस्टर का एग्जामिनेशन फॉर्म साथ-साथ भरा जा रहा है। स्क्रूटनी के अप्लाई करने का लास्ट डेट ख्क् मार्च था जबकि थर्ड सेमेस्टर का एग्जामिनेशन फॉर्म भरने का लास्ट डेट ख्ब् मार्च है। सेकेंड सेमेस्टर को वैसे स्टूडेंट्स जो प्रमोट नहीं हुए हैं वे थर्ड सेमेस्टर का फॉर्म नहीं भर सकते। अगर किसी स्टूडेंट का रिजल्ट स्क्रूटनी के बाद बदलता है और वह पास कर जाएगा तो क्या होगा। ऐसे में वह थर्ड सेमेस्टर का एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भर पाएगा और एग्जाम नहीं दे पाएगा। ऐसी स्थिति के लिए कौन जिम्मेवार होगा। केयू को इस बात का जरुर ध्यान रखना चाहिए था कि स्क्रूटनी के रिजल्ट के बाद ही फॉर्म भरने का डेट डिक्लेयर किया जाए।

आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में बीटेक सेकेंड सेमेस्टर का ऐसा हुआ रिजल्ट

ब्रांच पास प्रमोट

मैकेनिकल फ्म् म्म्

सीएसई भ्भ् क्0

सिविल फ्म् क्भ्

ईईई म्म् फ्म्

ईसी फ्फ् ख्0

(बीटेक के सेकेंड सेमेस्टर में फ्क् स्टूडेंट्स को इयर बैक लगा है)

क्या कहते हैं स्टूडेंट्स

सप्लीमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराने की व्यवस्था होनी चाहिए। तीन पेपर से ज्यादा में फेल होने पर इयर बैक लग जाता है और एक साल बर्बाद हो जाता है। सप्लिमेंट्री एग्जाम हो तो वे एग्जाम देकर उन पेपर में पास कर सकता है। मेरा भी इयर बैक लगा है।

- उमेश, स्टूडेंट आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी

सप्लिमेंट्री एग्जाम नहीं होने की वजह से मेरा एक साल बर्बाद हो जाएगा। प्रमोट करने से अच्छा है कि सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट हो ताकि उस एग्जाम में पास करने पर एक साल बर्बाद न हो। इस बारे में सोचा जाना चाहिए।

- आशीष, स्टूडेंट आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी

ऑफिशियल स्टैंड

सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट होगा तो परेशानी और बढ़ जाएगी। सेमेस्टर सिस्टम का एग्जाम न तो समय पर हो पाता है और न ही रिजल्ट समय पर आता है। सप्लिमेंट्री एग्जाम कब कंडक्ट होगा और कब रिजल्ट आएगा। रेगुलेशन में है कि सप्लिमेंट्री एग्जाम का रिजल्ट फ् दिनों में डिक्लेयर होना चाहिए। यहां ऐसा नहीं हो पाएगा।

- प्रो एमपी सिंह, डायरेक्टर आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी

यूनिवर्सिटी सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराने के लिए तैयार है। अगर कॉलेज लिखकर दे तो हमें कोई प्रॉब्लम नहीं। यह तो कॉलेज को सोचना है कि उनके स्टूडेंट्स के लिए क्या बेहतर होगा। प्रमोट करने से बेहतर होगा कि सप्लिमेंट्री एग्जाम कंडक्ट कराया जाए। फ् दिन में तो कहीं भी रिजल्ट डिक्लेयर नहीं होता होगा।

- डॉ गंगा प्रसाद, एग्जामिनेशन कंट्रोलर केयू

Posted By: Inextlive