गुरूवार देर रात हुआ था अपहरण दोस्त के मोबाइल से हुई थी फिरौती की मांग ना पुलिस वाले कुछ बता रहे ना घरवाले


Lucknow: गुरुवार की रात ठाकुरगंज के दिलाराम बारादरी से कथित तौर पर किडनैप किया गया आयुष शुक्रवार की सुबह साढ़े नौ बजे नाटकीय ढंग से वापस घर पहुंच गया। पुलिस इस पूरे मामले में अपने पीठ थपथपा रही है। लेकिन ना तो किडनैपर पकड़े गये और ना ही किडनैप करने के कारणों का पता चल पाया.
छोड़कर भाग गये
पुलिस के अनुसार आयुष को किडनैप करने वालों ने आठ लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। आयुष को किडनैपिंग की खबर के बाद पुलिस ने सकुशल वापस बरामद करने के लिए पांच टीमें बनायी थीं। पुलिस ने आयुष के पिता के साथ आयुष को बरामद करने का जाल बिछाया। पुलिस की जाल में खुद को फंसता देख किडनैपर आयुष को रिंग रोड पर छोड़ कर फरार हो गये।
किडनैप करने के पीछे मंशा सिर्फ पैसे वसूलने की थी या फिर कोई और साजिश थी इसका खुलासा आयुष के साथियों के पकड़े जाने के बाद ही हो पायेगा। फिलहाल पुलिस आयुष के तीनों साथियों की तलाश कर रही है। वहीं आस पास के लोग कहानी कुछ और ही बयान कर रहे हैं। हालांकि खुलकर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
बोलने से बचते रहे अधिकारी
छोटी घटनाओं के खुलासे की ब्रीफिंग करने वाली पुलिस आयुष के सकुशल वापस आने के बाद भी देर शाम तक कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थी। आयुष तो सुबह साढ़े नौ बजे अपने घर पहुंच गया था। लेकिन पुलिस देर शाम तक कहानी गढऩे में लगी रही। घटना का खुलासा होने के बाद जब एसओ ठाकुर गंज बृजेश कुमार से बात की गयी तो उन्होंने पीआरओ टू आईजी/एसएसपी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव को पूरी जानकारी दे देने और उन्हीं से घटना के बारे में पूछने की बात कह कर फोन काट दिया.
पीआरओ प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने इस बारे में कोई भी जानकारी ना होने की बात कही और सीओ चौक राजेश श्रीवास्तव से बात करने को कहा। देर रात तक सीओ राजेश श्रीवास्तव का फोन रिसीव नहीं हुआ। वहीं बाकी अधिकारी चुनाव में व्यस्त होने की बात कह कर फोन डिस्कनेक्ट करते रहे.

Posted By: Inextlive