GORAKHPUR: गोरखपुर शहर ने राष्ट्रीय स्तर पर किए जाने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण-19 में पिछले साल की अपेक्षा स्थिति में सुधार किया है। बुधवार को जारी की गई सूची में गोरखपुर ने 54 रैंक की छलांग लगाई है। गोरखपुर को देशभर के 425 शहरों में 226वीं रैंक प्राप्त हुई है। तीन साल के सर्वेक्षण में शहर की रैंक में लगातार सुधार हो रहा है। हालांकि यह सुधार निगम अधिकारियों के दावों के अनुरूप नहीं है। बता दें, शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिहाज से हाल के दिनों में कई बदलाव किए गए हैं। चार कटेगरी में हुए सर्वे में गोरखपुर को 5000 में से 2157.65 अंक मिले हैं। बुधवार को नई दिल्ली में बेहतर रैंक हासिल करने वाले शहरों के मेयर और अधिकारियों के सम्मान समारोह के बाद नगर निगमों की रैंकिंग जारी कर दी गई।

प्रदेश स्तर पर 28वां स्थान

5 से 10 लाख की आबादी वाले 425 शहरों में गोरखपुर को 226वीं रैंक मिली है। प्रदेश के 64 शहरों में गोरखपुर को 28वें स्थान पर संतोष करना पड़ा। पिछले वर्ष की तुलना में 54 रैंक का सुधार हुआ है। सर्विस लेवल प्रोग्राम में निगम को 1250 अंक में से सिर्फ 174 अंक ही मिले हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर बीते 4 जनवरी से 31 जनवरी के बीच केंद्रीय टीम ने सर्वे किया था।

2018 में मिली थी 280वीं रैंक

स्वच्छता सर्वे-2018 में गोरखपुर को 280वीं रैंक मिली थी। 4000 अंकों पर हुए सर्वे में नगर निगम को महज 1766 अंक हासिल हुए थे। स्वच्छता संबंधी सुविधाएं पहुंचाने संबंधी श्रेणी में 1400 अंक में निगम को मात्र 255 अंक हासिल हो सके हैं। सर्वे में 1400 अंक म्युनिसिपल डॉक्युमेंटेशन तो 1600 अंक सिटीजन फीडबैक पर था। निगम को दोनों बिंदुओं पर 1000 अंक भी नहीं मिले थे। 1000 अंकों के डायरेक्ट ऑब्जरवेशन में निगम को 50 फीसदी भी अंक नहीं मिले थे। 2018 में गोरखपुर को जहां 280वीं रैंक मिली थी, वहीं 2017 में उसे 314वीं रैंक पर संतोष करना पड़ा था। शहरियों को सुविधा मुहैया कराने के मामले में निगम का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है।

वर्जन

रैंक में 54 पायदान का सुधार सुखद है। इसका श्रेय शहर के नागरिकों को जाता है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। जो भी खामियां रह गई हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाएगा। जिससे अगली बार शहर को प्रथम स्थान हासिल हो सके।

- अंजनी कुमार सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive